दर्दनाक हादसा जिसमें अब तक लोगों की हो रही मौत, शनिवार को 17 वें व्यक्ति की मौत के बाद पसरा मातम
मुहम्मदाबाद गोहना कोतवाली के नगर पंचायत वलीदपुर के बिचलापुरा स्थित स्व. छोटू विश्वकर्मा के घर में 14 अक्टूबर को हुए सिलेंडर धमाके में अब मृतकों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है।
मऊ, जेएनएन। मुहम्मदाबाद गोहना कोतवाली के नगर पंचायत वलीदपुर के बिचलापुरा स्थित स्व. छोटू विश्वकर्मा के घर में 14 अक्टूबर को हुए सिलेंडर धमाके में अब मृतकों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है। दरअसल शनिवार को विस्फोट की घटना में घायल सोनम विश्वकर्मा पुत्री कन्हैया विश्वकर्मा की सुबह करीब चार बजे वाराणसी ट्रामा सेंटर में उपचार के दौरान मौत हो गई। हादसे में एक और मौत की जानकारी हाेने के बाद एक बार फिर माेहल्ले में मातम की स्थिति है। क्षेत्र में विस्फोट के बाद मलबे में दबने और झुलस जाने से 13 लोगों की घटना वाले दिन ही मौत हो गई थी। वहीं हादसे में लगभग 24 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
मऊ में ऐसे हुआ था हादसा
मऊ नगर पंचायत वलीदपुर का बिचलापुरा। 14 अक्टूबर की सुबह के लगभग 6.30 बज रहे थे। स्व. छोटू विश्वकर्मा के मकान में गैस रिसाव के कारण विस्फोट के बाद दो मंजिला मकान जमींदोज हो गया। हर कोई बचाव के लिए घटना स्थल की ओर दौड़ पड़ा लेकिन बस तीन मिनट, 13 जिंदगियों पर भारी पड़ गई और वे असमय काल के गाल में समा गए। इसके अलावा गंभीर रूप से झुलसे और घायल लगभग दो दर्जन लोग जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे।
काल बन गया दो मंजिला मकान
जिस समय रसोई घर में गैस रिसाव के बाद विस्फोट हुआ, उसके बाद स्व. छोटू विश्वकर्मा की पत्नी रीता घर के बाहर निकल कर चिल्लाने लगी। उधर, उसकी दो बेटियां सपना व रंजना बगल के मंदिर में पूजन-अर्चन कर वापस लौट रहीं थीं। मां-बेटी की चीख-पुकार सुन मोहल्ले के युवा व बुजुर्ग बचाव के लिए घटनास्थल की और दौड़ पड़े। इसके अलावा जो सुबह के दैनिक दिनचर्या में लगे थे, वे भी पहुंच गए थे। सभी ममता, सपना व मोना को बचाने के लिए घर में घुसे कि विस्फोट के तीन मिनट बाद ही दो मंजिला मकान काल बनकर गिरा और सभी दब गए।
हादसे में अब तक कुल 17 की मौत
हादसे में सुजीत (9), सरिता (22), सिम्पी (18), अभिषेक (11), अंशू (16), सुरेंद्र (48), निधि (7), शिवम (10), मुराती (35), इम्तेयाज अहमद (30), जीशान (16), याशीर गनी (10), सुनीता (32), सावित्री (60), ममता (23), मनसा(53), सोनम विश्वकर्मा (21) सहित अब तक कुल 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लगभग आधा दर्जन लोगों का अब भी इलाज चल रहा है।