स्नातक के 1500 छात्रों का फंसा रिजल्ट, अनिवार्य में अटके, बाकी प्रश्नपत्रों में पास
वाराणसी स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक के करीब 1500 छात्रों का रिजल्ट फंसा हुआ है। इसके चलते छात्र परेशान नजर आ रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक के करीब 1500 छात्रों का रिजल्ट फंसा हुआ है। इसमें से सैकड़ों छात्रों को राष्ट्रगौरव व पर्यावरण परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए पांच मौका मिल चुका है। बावजूद दोनों अनिवार्य प्रश्नपत्र में छात्र उत्तीर्ण नहीं हो सके। जबकि अन्य प्रश्नपत्रों में काफी अच्छे अंक से मिले हैं। अनिवार्य प्रश्नपत्र के फेर में इन छात्रों का रिजल्ट रूका हुआ है। ऐसे छात्र विद्यापीठ प्रशासन पर रिजल्ट जारी करने के लिए लगातार दबाव बनाए हुए हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा समिति बुलाने की तैयारी कर रहा है ताकि इन परीक्षार्थियों के बारे में कोई निर्णय लिया जा सके। विद्यापीठ में स्नातक स्तर पर राष्ट्रगौरव व पर्यावरण अनिवार्य प्रश्नपत्र के रूप में पढ़ाया जाता है। प्रथम खंड में राष्ट्र गौरव व द्वितीय खंड में पर्यावरण की परीक्षा देनी होती है। दोनों अनिवार्य प्रश्नपत्रों की परीक्षा वस्तुनिष्ठ सवाल पूछे जाते हैं। वहीं परीक्षार्थियों को ओएमआर शीट पर गोला भरना होता है। दूसरी ओर ज्यादातर परीक्षार्थी राष्ट्रगौरव व पर्यावरण को हल्के में लेते हैं। इसके चलते अनिवार्य प्रश्नपत्रों की क्लास छोड़ देते हैं। छात्रों की यह लापरवाही अब उन्हें भारी पड़ रही हैं।
कई परीक्षार्थी अनिवार्य प्रश्नपत्रों को छोड़ कर अन्य प्रश्नपत्रों को 60 फीसद से भी अधिक अंक हासिल किए गए। पांच वर्ष की उत्तीर्ण करने की बाध्यता : नियमानुसार दाखिले के पांच वर्ष के भीतर छात्रों को स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य होता है। पांच वर्ष बीत जाने के बाद छात्रों को नए सिरे से स्नातक प्रथम खंड में दाखिला लेना होता है। कुल मिलाकर इस वक्त छात्र परेशान नजर आ रहे हैं।