अनपरा में बिजली घरों को बढ़ाई गई 15 प्रतिशत कोयले की आपूर्ति
मानसून के मद्देनजर सोनभद्र के बिजली घरों में अतिरिक्त कोयला पहुंचाया जा रहा है।
सोनभद्र (अनपरा) : मानसून के मद्देनजर बिजली घरों में कोयले की कमी को पूरा करने के लिए नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने कोयले की आपूर्ति को बढ़ा दिया है। एनसीएल ने वित्तवर्ष 2018-19 में जुलाई तक बिजली घरों को लगभग 15 प्रतिशत अधिक कोयले की आपूर्ति की है। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष में 31 जुलाई तक बिजली घरों को 27.14 मिलियन टन कोयला दिया है, जबकि गत वित्त वर्ष की समान अवधि में एनसीएल ने 23.65 मिलियन टन कोयले की आपूर्ति की थी।
चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों (अप्रैल से जुलाई तक) में एनसीएल ने बिजली घरों सहित अपने सभी कोयला ग्राहकों को कुल 32.75 मिलियन टन कोयले का प्रेषण (डिस्पैच) किया है। जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में किये गये कोयला डिस्पैच से लगभग 13 प्रतिशत अधिक है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2017-18 में इस अवधि में अपने सभी कोयला ग्राहकों को 28.93 मिलियन टन कोयले का प्रेषण किया था। कोयला प्रेषण की तरह कोयला उत्पादन में भी एनसीएल ने वित्त वर्ष 2018-19 के पहले चार महीनों में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी ने 31 जुलाई तक 32.67 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है, जो कि गत वित्तवर्ष की समान अवधि में किये गये 28.10 मिलियन टन से 16 प्रतिशत अधिक है। इससे पहले एनसीएल ने वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही तक बिजली घरों एवं सभी कोयला ग्राहकों को 18 प्रतिशत अधिक कोयले का डिस्पैच किया था। दिसंबर माह तक पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 60.30 मिलियन टन के सापेक्ष 70.99 मिलियन टन कोयले का डिस्पैच किया। इस दौरान बिजली घरों को कोयला सप्लाई 17 प्रतिशत बढ़ाई। दिसंबर तक पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 49.97 मिलियन टन के सापेक्ष 58.42 मिलियन टन कोयले की सप्लाई कंपनी ने की। एनसीएल कोयला उत्पादन का 90 प्रतिशत बिजली घरों को सप्लाई करता है।