चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव में बनेगा विश्व रिकॉर्ड
जागरण टीम उन्नाव अपने रक्त से देश की मिट्टी को सींचने वाले चौरी-चौरा के अमर बलिदानियों क
जागरण टीम, उन्नाव : अपने रक्त से देश की मिट्टी को सींचने वाले चौरी-चौरा के अमर बलिदानियों की वीरगाथा को जन-जन तक पहुंचाने की कवायद जिले में शुरू है। यहां पर राष्ट्र गीत 'वंदे मातरम' का सामूहिक गायन स्कूल-कॉलेज व उच्च शिक्षण संस्थानों में किया जा रहा। बुधवार को नगर व ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में वृहद स्तर पर चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव को लेकर उत्साह नजर आया, यहां शिक्षाधिकारियों के साथ शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी और विद्यार्थियों ने एक स्वर में 'वंदे मातरम' का गायन किया। इसके अलावा अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की कर्मस्थली बदरका में चल रही तैयारियों का जायजा लेने प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे थे।
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव पर स्वतंत्रता आंदोलन के शहीदों, सेनानियों की याद में आश्रितों और स्वजन को सम्मानित किया जाएगा। जिले भर में कार्यक्रम होंगे। डीएम रवींद्र कुमार के आदेश पर मुख्य विकास अधिकारी राजेश कुमार प्रजापति ने आजाद स्मारक परिसर में बैठक कर गुरुवार को होने वाले छोटे-बड़े आयोजनों की रूपरेखा अलग-अलग विभाग के अधिकारियों के सुझावों के साथ बनाई। महोत्सव को लेकर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने वाले परिषदीय और माध्यमिक स्कूलों के विद्यार्थियों के बाबत शिक्षाधिकारियों से वार्ता की। खंड विकास अधिकारी चंद्रशेखर ने बताया कि शताब्दी वर्ष के तहत चार फरवरी से शहीद स्मारक स्थलों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सुबह आठ बजे प्रभात फेरी गांव-गांव व नगर क्षेत्र में निकाली जाएगी। दिन में प्राथमिक स्कूलों के बच्चों के कार्यक्रम, रंगोली, योगा आदि कार्यक्रम होंगे। दोपहर को प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का संबोधन लोगों को एलईडी के माध्यम से दिखाया व सुनाया जाएगा। बदरका में हुई बैठक के दौरान खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय अजीत कुमार निगम, परियोजना निदेशक जनार्दन सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार, एडीओ शैलेंद्र त्रिपाठी, मधुलिका बाजपेयी, शिक्षक डॉ. रचना सिंह, मनोज यादव आदि उपस्थित रहे।
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यहां पर होंगे कार्यक्रम
- बदरका के अलावा बेथर पंडित प्रताप नारायण मिश्र स्मारक स्थल, बक्सर स्थित क्रांतिकारी राजा राव राम बक्स सिंह स्मारक।
- जिले के सभी स्कूलों में सामूहिक राष्ट्रगान व सांस्कृतिक कार्यक्रम।
- गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में जिले का नाम दर्ज कराने के लिए 'वंदे मातरम्' का सामूहिक गायन।