बच्चे, किशोरी, गर्भवती का तौल कर जाना पोषण
जागरण संवाददाता उन्नाव कोरोना संक्रमण के घटते प्रभाव के बीच जिले में 0-5 वर्ष के बच्चे कि
जागरण संवाददाता, उन्नाव: कोरोना संक्रमण के घटते प्रभाव के बीच जिले में 0-5 वर्ष के बच्चे, किशोरी, गर्भवती और धात्रियों का हाल जानने के लिए वजन सप्ताह और संभव अभियान की शुरुआत गुरुवार से कर दी गई है। शासन के निर्देश पर अभियान 17 से 24 जून तक चलाया जायेगा।
पहले दिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर तौल और नाप मशीन लगाकर जिले भर में कुल 34572 बच्चे, किशोरी, गर्भवती व धात्रियों का वजन व लंबाई ली गई। जिसमें उम्र के मुताबिक कम वजन व लंबाई वालों को चिह्नांकित करते हुए सूची बनाए जाने की जानकारी विभाग ने दी है। जिसके बाद विभाग सैम (कुपोषण की गंभीर अवस्था) से मैम की ओर लाने के लिए वर्गवार बच्चों, किशोरियों आदि की संख्या तय करेगा। जिले में कुल 3352 आंगनबाड़ी केंद्रों पर 1.70 लाख 0 से पांच वर्ष के बच्चे पंजीकृत हैं। जबकि, 72 हजार किशोरी, गर्भवती और धात्रियां भी इन्हीं केंद्रों पर पंजीकरण के बाद स्वास्थ्य पोषण पा रही हैं। जिनके पोषण की सुधार और कुपोषण की सही समय से पहचान के लिए जिले में साप्ताहिक अभियान चलाया गया है। जिला बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश प्रताप सिंह ने बताया कि 24 जून तक प्रतिदिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर यह कवायद चलेगी।
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बांटा गया ड्राई राशन
- बाल विकास विभाग में राष्ट्रीय ग्रामीण समूह की महिलाओं की ओर से योजना के चिन्हित लाभार्थियों में ड्राई राशन का वितरण किया गया। जिसमे दाल, चना, चावल, दूध इत्यादि के अलावा घी आदि का वितरण भी केंद्रों से किया गया।