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पश्चिमी विक्षोभ से बदला मौसम, बारिश से क्रय केंद्र पर 1500 क्विंटल गेहूं भीगा

जागरण संवाददाता उन्नाव अरब सागर से उठे टाक्टे तूफान का प्रदेश में असर दिख रहा है। तूफ

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 May 2021 06:19 PM (IST)Updated: Tue, 18 May 2021 06:19 PM (IST)
पश्चिमी विक्षोभ से बदला मौसम, बारिश से क्रय केंद्र पर 1500 क्विंटल गेहूं भीगा

जागरण संवाददाता, उन्नाव: अरब सागर से उठे टाक्टे तूफान का प्रदेश में असर दिख रहा है। तूफान पश्चिमी विक्षोभ में बदल गया जिससे जिले में भी दो दिन से मौसम बदला हुआ है। लगातार दूसरे दिन दोपहर बाद तक धूप नहीं निकली तथा सुबह हल्की बारिश हुई। कई जगहों पर मध्यम बारिश हुई। रिमझिम बारिश से गेहूं की फसल भीग गई तो साथ ही सब्जी की फसल को नुकसान हुआ है। पानी बरसने से सब्जी, तरबूज और खरबूज की फसल के सड़ने का खतरा खड़ा हो गया है। वहीं क्रय केंद्रों पर बाहर जमा लगभग 1500 क्विंटल गेहूं भीग गया। जबकि कई क्रय केंद्रों पर खुले आसमान के नीचे तिरपाल से ढका गेहूं पड़ा है।

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टाक्टे तूफान का मैदानी भागों पर असर दो दिन से दिख रहा है। चक्रवाती तूफान मैदानी भागों में पश्चिमी विक्षोभ का रूप ले चुका है। इसी कारण दो दिन से मई में मौसम बदला हुआ है। जिस दौरान भीषण गर्मी पड़नी चाहिए, इस दौरान बारिश होने से मौसम ठंडा बना हुआ है। हालांकि नमी का प्रतिशत अधिक होने से उमस बनी हुई है। मंगलवार को विक्षोभ के कारण पूरे दिन बदली छाई रही वहीं सुबह 9 से 11 बजे तक हल्की और रिमझिम बारिश हुई। अधिकतम तापमान 29 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रहा। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक अगले 24 घंटे में बारिश की संभावना है तथा दो दिन में 4 एमएम बारिश हुई है। प्रदेश के कई जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। बारिश से शहर के निचले मोहल्लों में जलभराव हो गया वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में किसान गेहूं और सब्जी की फसल को लेकर खासे परेशान रहे। बारिश बहुत तेज न होने से गेहूं की खड़ी और कटी फसल को बहुत अधिक नुकसान की आशंका कम है। यदि एक-दो दिन में तेज धूप निकलती है तो फसल सूख जाएगी जिससे दाना काला नहीं पड़ेगा। वहीं धूप न निकलने और बारिश होने से गेहूं के काला पड़ने की संभावना है।

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8 हजार हेक्टेयर फसल पर संकट

जिले में जिस तरह से बारिश हुई है उससे फतेहपुर चौरासी, परियर, सदर, अचलगंज, बीघापुर, मौरावां, सफीपुर, आसीवन, गंजमुरादाबाद में करीब 8 हजार हेक्टेयर गेहूं की फसल को नुकसान की आशंका है। यहां पर गेहूं की फसल भीग गई है। साथ ही गट्ठर भी गीले हो गए हैं। किसानों को गट्ठर को ढककर रखने की सलाह दी गई है। जिला कृषि अधिकारी केके मिश्रा के मुताबिक जहां पर अधिक बारिश हुई है वहां पर खेत से पानी निकाल लिया जाए तथा गट्ठर को किसान तिरपाल से ढक दें। ताकि यदि बारिश होती है तो गट्ठर और नहीं भीगेंगे। वहीं क्राप कटिग के दौरान किसानों को फसल का मुआवजा दिलाया जाएगा। जिन किसानों की फसल को नुकसान हुआ है वह कृषि विभाग के साथ बीमा कंपनी को 72 घंटे के भीतर सूचना दे सकते हैं। फतेहपुर चौरासी क्षेत्र मन्नानगर गांव में बारिश होने से बंधा की फसल खराब हो गई है।

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1500 क्विंटल गेहूं भीगा, कई जगहों पर तिरपाल से ढका पड़ा गेहूं गेहूं क्रय केंद्रों पर उठान न होने और व्यवस्था न किए जाने का नतीजा है कि बारिश से कस्बा भगवंत नगर के विपणन शाखा गेहूं क्रय केंद्र में बाहर लगा लगभग 1500 क्विटल गेहूं भीग गया।

गेहूं क्रय केंद्र साधन सहकारी समिति मरौंदा मझवारा परियर में गेहूं की उठान न होने से केंद्र पर जमा 921 क्विटल गेहूं व खरीद न होने से ट्रैक्टर ट्राली पर लदा खड़ा किसानों का गेहूं भीग रहा है। बीघापुर में पीसीएफ केंद्र प्रभारी के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण बीते 10 दिनों से खरीद व गोदाम बंद है। ऐसे में गोदाम के बाहर एक किसान का एक ट्राली गेहूं त्रिपाल से ढका हुआ है दूसरे का जमीन पर त्रिपाल के ढका गया है। गंजमुरादाबाद ब्लॉक क्षेत्र के अटवा बैक साधन सहकारी समिति में ट्रक न मिलने से वेयर हाउस नहीं जा सका। इस कारण गेहूं को जमीन पर तिरपाल से ढक दिया गया है।


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