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रोज-रोज की दहशत से परेशान ग्रामीण पहुंचे थाने, की खुद पर कार्रवाई की मांग

जागरण टीम उन्नाव बिहार थानांतर्गत एक गांव में जलाकर मारी गई दुष्कर्म पीड़िता के भतीजे के

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Oct 2020 12:33 AM (IST)Updated: Thu, 15 Oct 2020 12:33 AM (IST)
रोज-रोज की दहशत से परेशान ग्रामीण पहुंचे थाने, की खुद पर कार्रवाई की मांग
रोज-रोज की दहशत से परेशान ग्रामीण पहुंचे थाने, की खुद पर कार्रवाई की मांग

जागरण टीम, उन्नाव: बिहार थानांतर्गत एक गांव में जलाकर मारी गई दुष्कर्म पीड़िता के भतीजे के अपहरण के बाद से आएदिन पुलिस की कार्रवाई से परेशान ग्रामीण बुधवार दोपहर थाने पहुंच गए। वहां पहुंचे लोगों में महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे। परेशान ग्रामीण खुद थाना पहुंचे और पुलिस से खुद पर कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि आएदिन की परेशानी झेलने से अच्छा है कि पुलिस उन सभी को भी जेल भेज दे।

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ग्रामीणों का आरोप था कि हुआ यह कि बुधवार दोपहर लापता बच्चे की बुआ गांव निवासी मोहित बाजपेई व पुनीत बाजपेई के घर पहुंची और उलाहना देने लगी। युवकों ने उसकी बातों का विरोध किया तो उनमें विवाद बढ़ गया। इसी दौरान पीड़िता की बहन ने अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी। वहां मौजूद पुलिस कर्मियों के साथ मोहित व पुनीत थाने पहुंचे जहां उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। मामले की जानकारी होने पर युवकों के समर्थन में करीब एक सैकड़ा महिलाएं पुरुष थाने पहुंचे और एसओ से उन सभी पर कार्रवाई किये जाने की गुहार लगाई। उनका कहना था कि वे लोग कब तक दहशत में जियेंगे। एसओ संतोष सिंह ने ग्रामीणों को समझाकर शांत कराया और किसी के साथ भी गलत न होने का आश्वासन दिया। उधर, युवकों का शांतिभंग में चालान कर दिया गया। ग्रामीण विधानसभा अध्यक्ष को देंगे ज्ञापन

लापता बच्चे के मामले में थाने पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि जिस तरह पूरा गांव प्रताड़ित हो रहा है उससे सभी लोग सामाजिक प्रतिष्ठा के हनन व मानसिक परेशान हो रहे हैं। अब वे क्षेत्रीय विधायक व विधानसभा अध्यक्ष हृदय नरायन दीक्षित को भी ज्ञापन देंगे। वकील के सामने हो लाई डिटेक्टर टेस्ट, पीड़ित पक्ष से भी हो पूछताछ

लापता बच्चे के मामले में आरोपित पक्ष के स्वजनों में प्रिया पुत्री सरोज बाजपेई व रिया पुत्री हरिशंकर त्रिवेदी ने बुधवार को एडीजी व डीजीपी को प्रार्थनापत्र भेजे हैं। इसमें बताया कि पूर्व में दुष्कर्म पीड़िता को जलाकर मारने के मामले में उनके स्वजनों को साजिशन फंसाया गया था। बाद में बच्चे का अपहरण भी साजिशन अंजाम दिया गया। जिसमें उनके ही पांच स्वजनों को नामित कर जेल भिजवाया गया। अब उनके परिवार में पैरवी करने को भी लोग नहीं बचे हैं। कहा कि उनके स्वजनों का पुलिस लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने जा रही है। उन्हें इससे इंकार नहीं है लेकिन यह टेस्ट उनके वकील के साथ किया जाए।


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