बदलेगा गंगा पुल का अप ट्रैक, फंसेंगी ट्रेनें
जागरण संवाददाता, उन्नाव : कानपुर-लखनऊ रेल रूट पर ट्रेनों का परिचालन एक बार फिर लड़
जागरण संवाददाता, उन्नाव : कानपुर-लखनऊ रेल रूट पर ट्रेनों का परिचालन एक बार फिर लड़खड़ाने जा रहा है। इसके पीछे की वजह गंगा पुल के अप ट्रैक का नवीनीकरण है। इसमें खराब स्लीपर को भी हटाए जाने का कार्य रेल पथ विभाग कराएगा। इसे लेकर तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। इन कार्यो के बीच अप और डाउन का रेल यातायात प्रभावित रहेगा।
नवंबर 2016 में गंगा रेलवे पुल के डाउन ट्रैक पर टर्फ बदलने का कार्य कराया गया था। इसमें ज्यादातर ट्रेनें रद हुई थीं। कइयों के स्टेशनों में कटौती करते हुए कुछ के रास्ते बदल दिए गए थे। डेढ़ महीने तक यात्रियों का सफर दुश्वारियों से भरा रहा था। एक बार फिर यह दुश्वारियां सामने होंगी। गंगा पुल के अप ट्रैक को अब नया करने की कवायद है। चीफ ब्रिज इंजीनियर से लेकर ट्रैक इंजीनियर तक ने जो रिपोर्ट उत्तर रेलवे मुख्यालय को सौंपी है, उसमें कहा गया है कि पुल के आधे से ज्यादा ट्रैक और स्लीपर की स्थिति अच्छी नहीं है। सुरक्षा व संरक्षा की दृष्टि से पूरे पुल के ट्रैक को नया करना जरूरी समझा गया है। उधर, फरवरी के पहले सप्ताह में उत्तर रेलवे के जीएम का मुआयना भी होना है। उनकी नजर जर्जर पटरियों और स्लीपर पर न पड़े, इसे भी ध्यान में रखते हुए अप ट्रैक के नवीनीकरण की योजना बनाई गई है। करीब 900 मीटर पटरी पर कार्य होना है। जो करीब एक महीने तक चलेगा।
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पहुंचाई गई पटरियां और बॉक्स
गंगा पुल के अप हिस्से में होने जा रहे कार्य को लेकर पटरियां शुक्लागंज रेलवे क्रा¨सग पर मुहैया करा दी गई हैं। इसके अलावा जो पैनल बॉक्स बदले जाने हैं, वह भी पहुंचा दिया गया है। उत्तर रेलवे मुख्यालय की ओर से भी यहां तेजी दिखाई जा रही है। समय पर कार्य निपट जाए, इस पर लखनऊ रेल मंडल का जोर है।
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प्रभावित होंगी ट्रेनें, कुछ रहेंगी रद
एक महीने गंगा पुल के अप ट्रैक पर होने वाले बदलाव कार्य में कई ट्रेनों का रास्ता बदल जाएगा। कानपुर व लखनऊ के मध्य दौड़ रही एलकेएम ट्रेनों की संख्या में भी कटौती की जाएगी। इस पर फैसला शीघ्र ही मुख्यालय करेगा। स्थानीय तौर पर सेक्शन के इंजीनियर के मुताबिक नए साल में कार्य को शुरू करने की संभावना है।