अंडरपाथ निर्माण को लेकर सात घंटे ठप रहा उन्नाव-रायबरेली रूट
उन्नाव-रायबरेली रूट पर विद्युतीकरण और ट्रैक उच्चीकरण का कार्य तेजी पर है। बुधवार को रेलवे ने बैसवारा और तकिया हॉल्ट के बीच अंडरपाथ का कार्य कराया। सुबह सवा छह बजे से ट्रैफिक ब्लाक लेकर इन दो हॉल्ट के बीच रावतपुर और पाटन पोरई मार्ग के बीच में स्लैब् डाले गए। सात घंटे तक रायबरेली रूट पर रेल यातायात ठप रहा। दोपहर सवा एक बजे कार्य पूरा होने के बाद टावर वैगन चलाकर ट्रैक जांचा गया।
संवाद सहयोगी, पाटन (उन्नाव) : उन्नाव-रायबरेली रूट पर विद्युतीकरण और ट्रैक उच्चीकरण का कार्य तेजी पर है। बुधवार को रेलवे ने बैसवारा और तकिया हॉल्ट के बीच अंडरपाथ का कार्य कराया। सुबह सवा छह बजे से ट्रैफिक ब्लाक लेकर इन दो हॉल्ट के बीच रावतपुर और पाटन पोरई मार्ग के बीच में स्लैब डाले गए। इससे सात घंटे तक रायबरेली रूट पर रेल यातायात ठप रहा। दोपहर सवा एक बजे कार्य पूरा होने के बाद टावर वैगन चलाकर ट्रैक जांचा गया।
ओएचई और एकल लाइन होने से उन्नाव-रायबरेली रूट पर इलेक्ट्रिक इंजन का परिचालन नहीं है। इस कमी को दूर करने के लिए रायबरेली सेक्शन के हॉल्ट और स्टेशन की क्रासिग के साथ ट्रैक दुरुस्त कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही ओएचई के लिए विद्युत पोल लगाए जा रहे हैं। बुधवार को उत्तर रेलवे की टीम ने बैसवारा और तकिया हॉल्ट के बीच सधनवा खेड़ा (रावतपुर) 88 और पाटन पोरई मार्ग 89 नंबर गेट के बीच अंडरपाथ निर्माण कार्य किया गया। सुबह सवा छह बजे से ट्रेनों का परिचालन रोकते हुए रेलवे के इंजीनियर ने मिट्टी का कटाव से लेकर पटरियों को काटना और इसके बाद सब-वे के स्लैब को बारी-बारी से बैठाया। इसके लिए रेलवे ने दो हाइड्रा और जेसीबी सहित करीब सौ मजदूरों की मदद ली गई। कार्य को देखते हुए कानपुर-रायबरेली और ऊंचाहार पैसेंजर सहित प्रयाग इंटरसिटी पैसेंजर अप-डाउन में निरस्त रही। जिस वजह से यात्रियों की दुश्वारियां बढ़ीं। सात घंटे चले कार्य के दौरान सीनियर डीईएन-2 विकास गोयल, सीनियर डीईएन स्पेशल कैलाश राम आदि रेलवे अधिकारी मौजूद रहे। डीआरएम संजय त्रिपाठी ने बताया कि तकिया हॉल्ट के पास हुए निर्माण कार्य कराया गया है। उच्चीकरण और ओएचई कार्य को लेकर यह कवायद की जा रही है। ब्लाक खत्म होने के बाद टॉवर वैगन को चलाकर ट्रैक का परीक्षण करा रायबरेली रूट के यातायात को बहाल किया गया।