महिला शिक्षामित्र समेत तीन ने की खुदकशी
कोतवाली क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर अज्ञात कारणों के चलते शिक्षामित्र सहित तीन लोगों ने फांसी लगा जान दे दी। पुलिस ने दो शव पीएम को भेजे जबकि तीसरे की जानकारी परिजनों ने पुलिस को नहीं दी।
संवाद सहयोगी, बांगरमऊ : कोतवाली क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर अज्ञात कारणों के चलते शिक्षामित्र सहित तीन लोगों ने फांसी लगाकर जान दे दी।
बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के कसबा गंजमुरादाबाद के मोहल्ला मिश्राना निवासी संदीप की पत्नी मनोरमा (35) पड़ोसी गांव देवरिया के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र थी। वह शुक्रवार रात अपने कमरे में सोई थी। शनिवार सुबह कमरे की छत के हुक में दुपट्टे के सहारे उसका शव लटका मिला। परिजन उसे फंदे से उतारकर सीएचसी लाए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसका मायका हरदोई के बिलग्राम थानाक्षेत्र के नेगपुर गांव में है। सूचना मृतका के पिता हरिराम को दे दी गई। उसके एक 10 साल का बेटा सुंदरम और पांच साल की बेटी अनन्या है।
दूसरी घटना क्षेत्र के जमुनिया बंगर के मजरा नन्हूपुरवा में हुई। गांव निवासी रघुवीर (45) पुत्र तोताराम रात में घर के बाहर बरामदे में सोया था। सुबह वह बरामदे में नहीं मिला तो परिजनों ने उसकी तलाश के शुरू की। घर से थोड़ी दूर स्थित एक पेड़ की डाल से उसका शव लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम को भेजा। परिजनों ने बताया कि वह छह माह से बीमार था और उसका इलाज लखनऊ में चल रहा था। उपचार में खेत गिरवी रखे थे। तंगी के चलते रघुवीर ने यह कदम उठाया। मृतक के एक 20 साल का बेटा राहुल और पांच बेटियां हैं। घटना से उनका रो-रोकर बुरा हाल है।
वहीं, तीसरी घटना में क्षेत्र के गांव खारपुरवा निवासी राजाराम (55) पुत्र नारायण का शव गांव के पास एक बाग में लगे पेड़ से रस्सी के फंदे से लटकता मिला। जानकारी पर परिजनों में कोहराम मच गया। उसके रामकुमार, लालाराम, श्रीराम व पिन्नी चार बेटे हैं। वहीं उसकी पांच बेटियों में तीन की शादी हो चुकी है। मृतक खेती करता था। परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी।