उन्नाव कांड में हत्यारोपी का खिदमतगार बंदीरक्षक हटा, जेल में अब भी खास इंतजाम
विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई हत्यारोपित अतुल सिंह की खिदमत में लगे बंदीरक्षक को छुट्टी पर भेजा गया लेकिन, जेल में अब भी वीआइपी इंतजाम हैं।
उन्नाव (जेएनएन)। विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई हत्यारोपित अतुल सिंह की खिदमत में लगे बंदीरक्षक को तो छुट्टी पर भेज दिया गया लेकिन, जेल में अब भी आरोपित के लिए खाने से रहने तक के वीआइपी इंतजाम किए जा रहे हैं। बाहर से खाना बंद हुआ तो जेल के अंदर ही उसे घर जैसा खाना, सोने के लिए बिस्तर और अन्य सुविधाएं दी जा रही है।
दैनिक जागरण ने अतुल की सेवा में लगे बंदीरक्षक का मामला उठाया था जिस पर उसे हटाकर छुट्टी पर भेज दिया गया लेकिन विधायक के भाई के सत्कार में कोई कमी नहीं है। जेल से पेशी पर आए एक बंदी ने जेल प्रशासन की कलई खोलते हुए बताया कि जेल में अतुल को घर का बना खाना तो नहीं मिलता पर जेल में उसे घर जैसा खाना, सोने के बिस्तर समेत अन्य जरूरत की चीजें उपलब्ध कराई जा रही हैं। यहां तक कि वह फोन से बात भी करता है। जेल की बैरक नंबर दो में वह कहने भर के लिए बंद है, वह जब चाहता है बाहर आ जाता है। इधर जेल अधीक्षक एके सिंह ने इस प्रकरण पर कहा कि बंदीरक्षक छुïट्टी पर है, इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कह सकता।
जेल अधीक्षक भी संदेह के घेरे में
विधायक के भाई की पिटाई से लहूलुहान हुए दुष्कर्म पीडि़ता के पिता को इलाज की जगह पुलिस ने जेल भेज दिया। जेल प्रशासन ने कोर्ट से जारी वारंट और मेडिकल देखने के बाद उसे जेल में दाखिल कर दिया जबकि जिला अस्पताल से जेल ले जाने से पहले सिपाही के निवेदन और न्यायालय द्वारा जारी वारंट दिखाने पर डॉ. जीपी सचान और डॉ. मनोज ने उसे डिस्चार्ज किया। डिस्चार्ज पत्र पर डॉक्टर ने जेल अस्पताल में रखने और दवा देने का स्पष्ट उल्लेख ही नहीं किया बल्कि अस्पताल में चलने वाला ट्रीटमेंट भी लिखा था। इसके बाद भी उसे इलाज न मुहैया कराकर बैरक में डाल दिया गया। चर्चा है कि जेल अधीक्षक को इसी ङ्क्षबदु पर सीबीआइ तलब कर सकती है।