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सरकारी अस्पताल में लगेगी निजी अस्पताल में टीका लगवाने वालों को दूसरी डोज

जागरण संवाददाता उन्नाव सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों में कोविड वैक्सीन का टीका लगवाने पर र

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 05:11 PM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 05:11 PM (IST)
सरकारी अस्पताल में लगेगी निजी अस्पताल में टीका लगवाने वालों को दूसरी डोज
सरकारी अस्पताल में लगेगी निजी अस्पताल में टीका लगवाने वालों को दूसरी डोज

जागरण संवाददाता, उन्नाव : सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों में कोविड वैक्सीन का टीका लगवाने पर रोक लगा दी है। इससे निजी अस्पतालों में टीकाकरण कराने वालों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने के लिए भटकना पड़ रहा था। सरकार ने निर्णय लिया है कि निजी अस्पताल में वैक्सीन की पहली डोज लगवाने वालों को दूसरी डोज सरकारी अस्पताल के वैक्सीनेशन सेंटरों पर निश्शुल्क लगाई जाएगी।

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जिले के चार निजी अस्पतालों को टीकाकरण की अनुमति दी गई थी। इनमें उन्नाव मेडिकल सेंटर 160, कृष्णा हॉस्पिटल शुक्लागंज 219, श्रीबाला जी हॉस्पिटल 85 और आवास विकास कालोनी के मुस्कान हॉस्पिटल में 669 लोगों ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी। उस समय सरकार ने एडवांस भुगतान पर इन अस्पतालों को वैक्सीन थी। लेकिन अब सरकार ने रोक लगा दी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पहले वैक्सीन सब्सिडी पर 150 रुपये में मिल रही थी अब सब्सिडी समाप्त कर दी गई है वैक्सीन की कीमत लगभग 1200 रुपया हो गई है। प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नरेंद्र सिंह ने कहा कि निजी अस्पतालों में वैक्सीन न देने का फैसला भारत सरकार का है। जिन्होंने पहली डोज निजी अस्पताल में लगवाई है उन्हें दूसरी डोज सरकारी अस्पताल में निश्शुल्क लगाई जाएगी।

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सरकारी में मुफ्त वैक्सीन लगने से निजी अस्पताल कम जा रहे थे लोग

वैसे तो सरकार ने निजी अस्पतालों को वैक्सीन देने पर रोक लगा दी है लेकिन जब शुरुआती दौर में उन्हें सरकार ने वैक्सीनेशन की अनुमित दी थी तब भी वैक्सीनेशन कराने वाले कम थे। मुस्कान हॉस्पिटल के डॉ. अखिलेश सिंह ने कहा कि हम लोग तो सरकार की मुहिम में भागीदारी निभाने और दायित्वों का निर्वहन करने के लिए शामिल हुए थे वैसे निजी में शुल्क और सरकारी में निश्शुल्क की व्यवस्था होने के कारण निजी अस्पताल में वैक्सीन लगवाने बहुत कम लोग आते थे।

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43 बूथों पर लगाया जा रहा कोविड वैक्सीन का टीका

उन्नाव : कोरोना को हराने के लिए लगातार कोविड वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है। लेकिन उसके बाद भी कोविड वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में जागरुकता कम नजर आ रही है। जिला महिला अस्पताल, जिला पुरुष अस्पताल, मोतीनगर पीएचसी व शुक्लागंज पीएचसी, ब्रम्हनगर व चंपापुरवा पीएचसी और सभी 16 ब्लाकों के सीएचसी-पीएचसी के 43 बूथों पर लगातार वैक्सीनेशन किया जा रहा है।

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45 वर्ष से अधिक आयु वालों को इन केंद्रों पर लग रहे टीका

1--उन्नाव शहर--जिला महिला व पुरुष अस्पताल, मोतीनगर पीएचसी

2----शुक्लागंज--चंपापुरवा, ब्रम्हनगर व शुक्लागंज पीएचसी

3----अचलगंज---अचलगंज सीएचसी, सिकंदरपुर कर्ण, पचोड्डा व सहजनी

4----सफीपुर------सफीपुर सीएचसी

5---नवाबगंज----सीएचसी नवाबगंज , चमरौली, मकूर, कटेहरू पीएचसी

6------सुमेरपुर-----सुमेरपुर, पाटन, भगवंतनगर, ऊंचगांव पीएचसी

7------बिछिया-----सीएचसी बिछिया, घूरखेत, पड़रीकला पीएचसी

8-----हसनगंज---हसनगंज सीएचसी, मोहान पीएचसी

9-----मियागंज---सीएचसी मियागंज, मवई ब्रम्हनान पीएचसी,

10--सिकंदरपुर सरोसी--सीएचसी सरोसी

11----औरास-----औरास पीएचसी, दिपवल पीएचसी

12---फतेहपुर चौरासी---सीएचसी फतेहपुर चौरासी

13-गंजमुरादाबाद-----पीएचसी गंजमुरादाबाद, पीएचसी अशायस, पीएचसी ब्योलीइस्लामाबाद व जोगीकोट,

14---बांगरमऊ------सीएचसी बांगरमऊ, जगतनगर पीएचसी, गौरियाकला पीएचसी

15---बीघापुर-------पीएचसी बीघापुर

16----पुरवा--------सीएचसी पुरवा, पीएचसी पासाखेड़ा

17----असोहा------सीएचसी असोहा

18----हिलौली-------पीएचसी हिलौली, सीएचसी मौरावां ---------------------

सामान्य टीकाकरण सत्रों की तरह गांव में हो टीकाकरण तो बढ़ेगी रफ्तार

उन्नाव : कोविड वैक्सीनेशन की रफ्तार बहुत सुस्त है। जिले के 36 लाख की आबादी में अब तक लगभग दो लाख लोगों को ही कोविड वैक्सीन का टीका लगाया गया है। अभी 34 लाख लोगों का टीकाकरण बाकी है। सामान्य टीकाकरण सत्रों की तरह गांव स्तर पर कोविड वैक्सीनेशन टीकारण सत्रों का आयोजन करने के पक्ष में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी है। प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नरेंद्र सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को पत्र भी लिखा गया है विभागीय बैठकों में भी इस पर चर्चा हुई लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार से इसकी अनुमति नहीं मिली है। उनका कहना है कि गांव स्तर पर टीकाकरण सत्र आयोजित करने में एएफआइ केस हुआ तो समस्या आएगी क्यों कि इतने डॉक्टर नहीं हैं कि हर टीकाकरण सत्र पर एएफआई टीम लगाई जा सके।


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