अवैध बस्ती को लेकर रेलवे सख्त, जिला व पुलिस प्रशासन को पत्र
जागरण संवाददाता उन्नाव शुरुआती दौर में रेलवे अधिकारियों से मिली ढील का नतीजा कानपुर प
जागरण संवाददाता, उन्नाव : शुरुआती दौर में रेलवे अधिकारियों से मिली ढील का नतीजा कानपुर पुल बायां किनारा स्टेशन के पास बसी राजीव नगर खंती है। जहां एक हजार से ज्यादा मकान रेलवे की जमीन पर हैं। इस कब्जे को हटाने का प्रयास हर बार रेलवे ने किया, लेकिन कब्जेदार टस से मस नहीं हुए। एक बार फिर उत्तर रेलवे ने कब्जे की जमीन को मुक्त कराने की सोची है। 20 सितंबर तक अवैध कब्जा जमाए बैठे लोगों को जमीन छोड़ने के लिए कहा गया है। ऐसा न करने पर रेलवे अगले दिन (21 सितंबर) को प्रशासनिक अफसर व पुलिस बल की मौजूदगी में अवैध कब्जे पर बुलडोजर व जेसीबी चलाएगा।
दैनिक जागरण ने गंगा नदी किनारे सटे रेलवे स्टेशन की भूमि पर हुए कब्जेदारी की खबर 'बंद हो खेल, सुरक्षित हो रेल' मुद्दा के तहत 10 व 11 सितंबर को प्रकाशित किया था। कानपुर पुल बायां किनारा स्टेशन के पास करीब 900 वर्ग मीटर रेलवे की जमीन पर करीब 50 वर्ष पुराना कब्जा है। पिछले वर्ष अप्रैल 2018 में रेल संरक्षा व यात्रियों की सुरक्षा के जिहाज से आरपीएफ-जीआरपी के वरिष्ठ अधिकारियों ने खंती से ट्रेनों को खतरा बताया था। इसके बाद खंती का खाली कराने के लिए नोटिस जारी हुआ। लेकिन अवैध कब्जा नहीं हटाया जा सका। जून 2019 में रेलवे ने स्टेशन के
पास के कब्जों को हटाने की हिम्मत जुटाई। प्रभावशाली लोगों का दबाव होने से रेलवे को ऐन मौके पर अपने कदम को वापस लेना पड़ा। ऐसे में कब्जेदारों के हौसले और भी ज्यादा बुलंद हुए और वह कब्जा जमाते चले गए। एक बार फिर रेलवे ने कमर कसते हुए रेलवे स्टेशन व लाइन किनारे बसी अवैध बस्ती को खाली कराने की तैयारी की है। आइओडब्ल्यू शैलेंद्र कुमार के साथ आरपीएफ व जीआरपी को पत्र लिखते हुए अतिरिक्त फोर्स को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन को लखनऊ रेलवे मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों ने पत्र लिखा है। स्थानीय रेलवे प्रशासन के अनुसार नोटिस के तहत कोई कार्रवाई न होने पर 21 सितंबर को पूर्वाह्न 11 बजे दल-बल के साथ अवैध कब्जे तोड़े जाएंगे।