बस पलटने की सूचना पर हांफी पुलिस व स्वास्थ्य विभाग
बस पलटने व आधा सैकड़ा यात्रियों को उसमे फंसे होने की सूचना ने रविवार पुलिस व स्वास्थ मोहकमे में अफरा तफरी मचा दी। सूचना कंट्रोल रूम द्वारा मिलने से मेडिकल टीम के साथ पुलिस बारावफात के जलूस को छोड़ दौड़ पड़ी। घंटो खोज बीन के बाद यह महज अफवाह निकली। सूचना देने वाले कॉलर का फोन भी स्विच ऑफ हो गया। एसपी के आदेश पर अफवाह फैलाने वाले की तलाश सर्विलांस के जरिये शुरू हो गयी है।
जागरण टीम, उन्नाव : बस पलटने से दर्जनों लोगों के घायल होने की अफवाह ऐसी फैली कि पुलिस और स्वास्थ्य विभाग सब भूलकर उसकी व्यवस्था में लग गया। वहीं सूचना देने वाले ने अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया। सूचना फर्जी होने की पुष्टि होने पर एसपी ने नंबर सर्विलांस में लगाने के साथ उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया। रविवार सुबह करीब दस बजे अचलगंज पुलिस को कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के मैनहा गांव के पास एक बस पलटी है और उसमें दर्जनों यात्री फंसे हैं। दर्जन भर सिपाही मौके पर पहुंचे तो वहां पर ऐसा कुछ नहीं मिला। वहीं अचलगंज पुलिस, स्वास्थ्य टीम, एंबुलेंस व पीआरवी पूरे क्षेत्र में दौड़ी। इंस्पेक्टर अचलगंज ने घटना की जानकारी डीएम देवेंद्र कुमार पांडेय और एसपी एमपी वर्मा को दी। डीएम ने सीएमओ डॉक्टर कामेंद्र पाल सिंह को अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया। जिस पर डिप्टी सीएमओ अजीत सिंह, हड्डी रोग विशेषज्ञ डाक्टर पवन, जनरल सर्जन डाक्टर संजय वर्मा व वरिष्ठ फिजीशिएन व स्टाफ नर्स भी बुलाई गईं। इमरजेंसी को खाली करा मरीज वार्ड में शिफ्ट किये गए। डॉक्टर मरीजों के आने की जानकारी लेते रहे, घंटों खोजबीन के बाद नतीजा शून्य मिला। एसपी ने तत्काल मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाने का आदेश दिया। इससे सर्विलांस सेल सक्रिय हुआ और नंबर की जांच होने लगी। जांच में स्वॉट टीम को भी लगाया गया। हालांकि काफी समय बीतने के बाद भी नंबर के बारे में कोई जानकारी नहीं हो सकी।
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मुस्तैदी परखने के लिए टेस्ट कॉल की चर्चा
- जिले में बारावफात का जुलूस अमन के साथ निकालने के लिए प्रशासन व पुलिस अधिकारी तैयारी में जुटे थे। तभी अचानक बस पलटने की सूचना ने जिले में सनसनी फैला दी। इस पूरे घटनाक्रम के बाद चर्चा रही कि कहीं यह कॉल इस माहौल में अधिकारियों की मुस्तैदी परखने की टेस्टिग तो नहीं थी।