जाम में फंसी ऑक्सीजन लदी गाड़ी, मची अफरा-तफरी
संवाद सूत्र नवाबगंज लखनऊ-कानपुर एनएच के अजगैन कोतवाली के मोड़ के पास आए दिन जाम की समस्या
संवाद सूत्र, नवाबगंज: लखनऊ-कानपुर एनएच के अजगैन कोतवाली के मोड़ के पास आए दिन जाम की समस्या लोगों को जूझना पड़ता है। बावजूद इसके एनएच प्रशासन व कोतवाली पुलिस इसकी अनदेखी करती चली आ रहा है। शनिवार की भोर में यहां फिर से लगे जाम के कारण 179 कोरोना मरीजों के जान पर बन आई। हालांकि इस दौरान एक सतर्क सिपाही ने जाम में फंसे वाहन को किसी तरह निकालकर गंतव्य की ओर रवाना किया। बावजूद लगभग आधा घंटे तक ऑक्सीजन लदा वाहन जाम में फंसा रहा।
जाम में फंसे वाहन पर सरस्वती मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों के लिए 52 ऑक्सीजन भरे सिलिडर लदे थे। उक्त वाहन सिलिडर में ऑक्सीजन भरवाने के लिए शुक्रवार की शाम करीब पांच बजे कानपुर देहात गया था। वहां से आक्सीजन भरवाकर रात करीब 2:30 बजे गाड़ी निकली और अजगैन कोतवाली मोड़ के पास लगे जाम की वजह से भोर में करीब चार बजे जगदीशपुर के पास तक लगे जाम में फंस गई। इधर कॉलेज का प्रबंधतंत्र गाड़ी की पल-पल लोकेशन ले रहा था की गाड़ी जल्द आये, कारण की आक्सीजन खत्म होने वाली थी। इसको लेकर लोग परेशान थे। जैसे ही गाड़ी फंसी होने की जानकारी मिली तो महाप्रबधंक मनोज सिंह को बताया गया। उन्होंने चालक से कहा की कोई सिपाही हो तो बात करा दो। चमरौली के पास एक सिपाही को बताया गया तो उसने दूसरी साइड से गाड़ी निकाली। अजगैन तक गाड़ी उल्टी साइड से निकाली गई उसके बाद सही साइड से गाड़ी ले गये। इस दौरान करीब आधा घंटा लग गया वाहन को निकलने में। इसके बाद लगभग 4.30 पर गाड़ी मेडीकल कॉलेज पहुंची। प्रबंधतंत्र ने राहत की सांस ली। महाप्रबंधक मनोज सिसौदिया ने बताया की वो रोज गाड़ी भेज रहे हैं। कानपुर देहात स्थित गैस प्लांट से गाड़ी आने में छह-आठ घंटे लग जाते हैं। इस समस्या से जब कॉलेज प्रबंधतंत्र ने जिलाधिकारी रवींद्र कुमार को अवगत कराया तो उन्होंने दो सिपाही कॉलेज में तैनात करा दिए हैं। ये सिपाही एंबुलेंस के साथ जाएंगे और साथ में आएंगे।