पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से खुली पुलिस की मनमानी
जागरण संवाददाता, उन्नाव : घर से रहस्यमय हालात में युवक के लापता होने और कुएं में उतरात
जागरण संवाददाता, उन्नाव : घर से रहस्यमय हालात में युवक के लापता होने और कुएं में उतराता शव मिलने के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने हत्या को हादसे का रूप देने की कोशिश में लगी पुलिस की मनमानी को उजागर कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरी तरह हत्या की ओर इशारा किया जबकि पुलिस अभी भी हत्या मानने को तैयार नहीं है और मुकदमा दर्ज करने के लिए कील कांटे मजबूत करने में जुटी है।
मोहल्ला तिलकनगर निवासी आरिफ (22) पुत्र जलालुद्दीन उर्फ लाली निराला डिग्री कालेज में बीएससी तृतीय वर्ष का छात्र था। 21 फरवरी की शाम को वह रहस्यमय हालात में लापता हो गया। काफी खोजबीन के बाद भी उसका कोई पता न चलने पर अगले दिन पिता द्वारा पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की गई। पिता मोहल्ले के कुछ लोगों पर हत्या की आशंका जताकर तहरीर दी पर पुलिस ने महज गुमशुदगी दर्ज कर उसे चलता कर दिया। रविवार सुबह गांधी नगर मोहल्ला स्थित कुएं में उसका वस्त्र विहीन शव पड़ा मिला। पैंट उसके दाहिनी पैर में फंसी थी। जबकि घर से निकलते वक्त वह टी-शर्ट पहनकर निकला था। घटनास्थल पर पहुंचे इंस्पेक्टर बीघापुर मनोज मिश्र ने कुएं में गिरने का अंदेशा जता पोस्टमार्टम रिपोर्ट को आधार बना कार्रवाई की बात कही।
सोमवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुलिस के मंसूबों पर पानी फेर दिया। युवक के पेट और फेफड़े में पानी की एक बूंद नहीं मिली। यदि जीवित हालत में आरिफ कुएं में गिरता तो श्वांस नली से पानी या कीचड़ उसके पेट और फेफड़े तक पहुंचता। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डाक्टरों ने शॉक एंड हैमरेज से मौत की पुष्टि की। पुलिस डॉक्टर की इस बात को आधार मानकर हत्या से पल्ला झाड़ रही है। हालांकि शॉक एंड हैमरेज क्यों और कैसे हुआ इस पर न ही गौर किया और न ही यह जानने की कोशिश की कुएं में गिरने से युवक के पेट और फेफड़े में पानी क्यों नहीं गया।
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पानी में गिरा तो कपड़े कहां गए
- आरिफ घर से टी-शर्ट और जींस पहनकर घर से निकला था। यह कहना उसके पिता का है। शव बाहर निकाले जाने के बाद उसके शरीर से टी-शर्ट तो गायब थी, पैंट भी सिर्फ दाहिने पैर में ही अटकी थी। अंडरवियर का भी कहीं पता नहीं था। इन ¨बदुओं पर पुलिस ने गौर क्यों नहीं किया यह बड़ा सवाल है। सीओ बीघापुर विवेक रंजन राय भी थाना पुलिस का बचाव करते हुए बोले शव निकालने में पैट निकल गई होगी। उसकी टी-शर्ट कहां गई, इस सवाल का उनके पास जवाब नहीं था।
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सीओ ने समझाई सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग
- एफआइआर दर्ज करने को लेकर सीओ विवेक रंजन राय ने सुप्रीम कोर्ट की रू¨लग बता दलील दी कि ऐसी कोई घटना जो संदिग्ध हो, उसमें सबसे पहले शव पोस्टमार्टम को भेजा जाता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की जाती। हालांकि सरकार हर मामले की एफआइआर दर्ज करने पर जोर दे रही। शासन के कड़े निर्देश भी हैं कि शिकायती पत्र मिलने के बाद सबसे पहले एफआइआर दर्ज की जाए। यहां पुलिस द्वारा एफआइआर के मायने ही बदल दिए गए।