62 वर्ष की आंगनबाड़ियां नौकरी से होंगी बाहर
जागरण संवाददाता उन्नाव जिले मे 62 वर्ष से अधिक की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का चिह्नित कर लिय
जागरण संवाददाता, उन्नाव: जिले मे 62 वर्ष से अधिक की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का चिह्नित कर लिया गया है। इनको शासनादेश के मुताबिक अब नौकरी से बाहर किए जाने खाका तैयार हो चुका है। प्रभारी पीओ आइसीडीएस ने बताया कि जल्द ही ऐसी आंगनबाड़ी बाहर होंगी। वहीं इस जानकारी के बाद उक्त उम्र के दायरे में आ रही आंगनबाड़ियों में अफरा-तफरी मची है।
विभाग पहले से ही जिले में कार्यकर्ता व सहायिकाओं की कमी से जूझ रहा है। उस पर शासन का आठ साल पुराना फरमान अमल में लाया जा रहा है। विभाग ने वर्ष 2012 के शासनादेश को अमल में लाते हुए इसमें आंगबाड़ियों से ली जाने वाली सेवा को उम्र के नजरिए से देखना शुरू किया है। प्रभारी पीओ आइसीडीएस साजिद बताते हैं कि अब तक 169 आंगनबाड़ियां चिह्नित की जा चुकी हैं। इनको शासन के नियमों के मुताबिक विभाग के काम से हटाना होगा। गौरतलब है कि शासनादेश में तत्कालीन प्रमुख सचिव सदाकांत ने डीएम व बाल विकास विभाग को इस बाबत निर्देश दिए थे। इसमें आयु सीमा के अंतर्गत बनाए गए तीन प्रमुख नियमों मे तीसरा यह था। नियम में कहा गया था कि वह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका जो 62 वर्ष की आयु पूरी कर चुकी है। उसकी सेवा स्वत: समाप्त हो जाएगी। विभाग ने इसी नियम के आधार पर उन आंगनबाड़ियों की तलाश शुरू कर दी है।
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हां शासन से निर्देशों के बाद 62 वर्ष से अधिक की आंगनबाड़ी सहायिका व कार्यकर्ता चिह्नित की जा रही हैं। इन्हें जल्द ही विभागीय सेवा छोड़नी होगी। इनके जन्म से जुड़े प्रपत्रों की जांच पड़ताल करके उम्र सीमा देखी जा रही है।
साजिद, प्रभारी पीओ बाल विकास सेवा