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कोरोना के लक्षण वालों को तलाशेंगी एमएमयू

जागरण संवाददाता उन्नाव कोरोना लक्षण वाले मरीजों को अधिक से अधिक चिह्नित करने को मोबाइल

By JagranEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 06:19 PM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 06:19 PM (IST)
कोरोना के लक्षण वालों को तलाशेंगी एमएमयू
कोरोना के लक्षण वालों को तलाशेंगी एमएमयू

जागरण संवाददाता, उन्नाव : कोरोना लक्षण वाले मरीजों को अधिक से अधिक चिह्नित करने को मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) ऐसे क्षेत्रों में जाएगी जो कंटेनमेंट जोन रह चुके हैं या जिन क्षेत्रों से फीवर क्लीनिक पर बुखार खांसी के मरीज अधिक आ रहे हैं। प्रवासियों की शत प्रतिशत जांच करने के साथ कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक भी करेगी।

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प्रवासियों और बुखार के मरीजों को लेकर शासन लगातार चितित है। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए अब गांव-गांव एमएमयू की टीमें जाएंगी और स्वास्थ्य परीक्षण करेंगी। एक टीम को जिस ब्लाक क्षेत्र में भेजा जाएगा वहां की तीन ग्राम पंचायतों में शिविर लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण तो करेगी ही जरूरत पड़ने पर ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भेजेंगी। जिले में 19 हॉटस्पॉट हैं प्राथमिकता पर इन्ही क्षेत्रों में एमएमयू भेजी स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा।

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परीक्षण के लिए इन क्षेत्रों को मिलेगी प्राथमिकता

- जिन गांवों या शहरी क्षेत्रों में प्रवासी अधिक संख्या में आए हैं वहां पहले एमएमयू जाएगी।

- कंटेनमेंट जोन घोषित हो चुके सभी हॉटस्पॉट वाले गांवों और शहर के मोहल्लों में पहुंचेगी।

- ऐसे गांव या मोहल्ला जहां रहने वाले कोरोना संक्रमित हुए व्यक्ति की मौत हो चुकी है।

- ऐसे क्षेत्र जहां बुखार के अधिक मरीज फीवर क्लीनिक व सीएचसी-पीएचसी में पहुंच रहे वहां टीम पहुंचेगी।

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स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का समय तय

एमएमयू टीमें कब कहां जाएंगी इसकी कार्ययोजना सीएमओ की अध्यक्षता में बैठक करके तय की जाएगी। रोस्टर तैयार कर हर दिन 16 गांवों में एमएमयू पहुंचेगी। जिस गांव का रोस्टर होगा उसमें सीएचसी-पीएचसी के जरिए एक दिन पहले प्रचार किया जाएगा। स्वास्थ्य परीक्षण के लिए टीम सुबह आठ से सायं पांच बजे तक तीन गांवों में अलग अलग समय पर कैंप लगाएगी।

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एमएमयू टीमें यह देंगी सुविधा

- एमएमयू आवश्यक औषधियों के साथ बुखार की दवा पैरासीटामॉल आदि रखेंगे।

- एमएमयू वाहनों में कोरोना वायरस से बचाव के प्रचार प्रसार का प्रबंध होगा।

- कोविड संक्रमण से बचाव और रोकथाम के उपायों की जानकारी दी जाएगी।

- खांसी, जुकाम, बुखार पीड़ित लोगों को खुद स्वास्थ्य परीक्षण के लिए प्रेरित किया जाएगा।

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लक्षण दिखने पर कोरोना जांच को लिया जाएगा सैंपल

एमएमयू टीमें स्वास्थ्य शिविरों में कोई शुगर जांच , आक्सीजन की जांच, पल्स ऑक्सी मीटर और कोरोना के लक्षण दिखने पर उसकी जांच के लिए सैंपल लेने के लिए वीटीएम भी उपलब्ध होगा।

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इनका होगा प्राथमिकता पर परीक्षण

एमएमयू टीमें शिविरों में आने वाले ऐसे व्यक्ति जिनकी आयु 45 वर्ष से अधिक हो व बुखार, खांसी, जुकाम या सांस लेने में दिक्कत हो, उनके ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर की भी जांच अनिवार्य रूप की जाएगी। इनकी पल्स ऑक्सी मीटर से आक्सीजन की मात्रा भी जांची जाएगी, जिनमें आक्सीजन की मात्रा 94 से कम हो उन्हें जिला आइसोलेशन यूनिट में भर्ती कराया जाएगा।

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हर शिविर के बाद कराना होगा सैनिटाइजेशन

शिविर खत्म होने के बाद प्रतिदिन सभी उपकरणों और मोबाइल मेडिकल वैन को सैनिटाइज करना अनिवार्य होगा। टीम के चिकित्सा कर्मी कोरोना वायरस से सुरक्षा के उपकरणों और संसाधनों का प्रयोग कोविड प्रिवेंशन गाइड लाइन के अनुसार करेंगे।

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प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने एमएमयू टीमें भेज गांव-गांव स्वास्थ्य परीक्षण कराने का निर्देश दिया है। नोडल अधिकारी डिप्टी सीएमओ वीके गुप्ता को रोस्टर बनाकर टीमें भेजने का निर्देश दिया है।

- डॉ. आशुतोष कुमार, सीएमओ।


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