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बदमाशों ने वृद्ध पर चलाई गोलियां, गंभीर

संवाद सहयोगी बांगरमऊ कोतवाली से महज 100 मीटर दूर अज्ञात बदमाशों ने मंगलवार रात ताबड़तो

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Aug 2020 06:26 PM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 07:08 AM (IST)
बदमाशों ने वृद्ध पर चलाई गोलियां, गंभीर
बदमाशों ने वृद्ध पर चलाई गोलियां, गंभीर

संवाद सहयोगी, बांगरमऊ : कोतवाली से महज 100 मीटर दूर अज्ञात बदमाशों ने मंगलवार रात ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर वृद्ध को जान से मारने का प्रयास किया। गोलियों की आवाज सुन आसपास क्षेत्र में दहशत फैल गई। लोग उस ओर भागे तो देखा कि वृद्ध लहूलुहान पड़ा है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे स्थानीय अस्पताल पहुंचाया, जहां गंभीर हालत देख उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसके बाद वहां से कानपुर हैलट भेज दिया गया है। वृद्ध के भतीजे की तहरीर पर पुलिस घटना की जांच कर रही है।

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बांगरमऊ कोतवाली अंतर्गत मंगलवार रात बांगरमऊ-माढ़ापुर मार्ग पर नगर स्थित राज राजेश्वरी मंदिर के पास सड़क किनारे चारपाई पर मच्छरदानी लगा सो रहे एक 65 वर्षीय बाबा सोबरन पुत्र रामरतन निवासी गांव सल्हाखेड़ा थाना बेहटा मुजावर को अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी। वह मोहल्ला शुक्लाना स्थित माढ़ापुर मार्ग किनारे ही कुटिया बनाकर करीब 20 वर्षों से रहकर पूजन-पाठ करते है। मंगलवार रात वह कुटिया के सामने सो रहे थे, तभी अज्ञात हमलावरों ने आकर उनपर ताबड़तोड़ फायर कर दिए। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग उनकी ओर दौड़ पड़े। लोगों को आता देख हमलावरों ने एक और फायर किया और अंधेरे का फायदा उठा भाग निकले। लोगों ने इसकी सूचना पास ही स्थित कोतवाली में दी। बाबा के भतीजे दिनेश पुत्र चंद्रपाल ने अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। कोतवाली प्रभारी भावनाथ चौधरी ने बताया घटना की तहरीर मिली है। तहरीर के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन की जा रही है। जल्द ही घटना का राजफाश किया जाएगा।

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वृद्ध की जमीन को लेकर तो अंजाम नहीं दी गई घटना

- बुजुर्ग को गोली मारने की घटना रहस्यमय बनी हुई है। वह तीन भाई थे, जिनमें एक चंद्रपाल की मौत हो चुकी है। उसके दो बेटे दिनेश व हरिकिशन गांव में रहते हैं। दूसरे भाई सुंदरलाल पड़ोसी गांव तमोरिया खुर्द में बेटों पंकज व नीरज के साथ रहकर खेती करते हैं। उनकी बाबा से कोई रंजिश नहीं है। बाबा के नाम एक बीघा पैतृक जमीन है जो उसने बटाई दे रखी है। लोगों का कहना था कि कहीं यह जमीन ही तो घटना का कारण नहीं बनी हुई है।


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