ऑडिट में पकड़ा गया भारी वाहनों पर हल्का फास्टैग का खेल
संवाद सूत्र नवाबगंज 15 फरवरी से टोल से निकलने वाले चौपहिया वाहनों पर लागू फास्टैग की अि
संवाद सूत्र, नवाबगंज : 15 फरवरी से टोल से निकलने वाले चौपहिया वाहनों पर लागू फास्टैग की अनिवार्यता में कई वाहन मालिकों ने टोल प्रबंधन को ही गच्चा देने का प्रयास किया। जिसे यहां चलने वाले निरंतर ऑडिट ने पकड़ लिया। वाहन सवारों ने तरकीब निकालकर हल्के वाहनों का फास्टैग चार्ज कराकर वही स्टीकर भारी वाहनों पर चिपका दिया। जो टोल प्रबंधन ने पकड़ा और अब तक ऐसे 32 वाहनों से कुल 1.34 लाख रुपये का शुल्क दंड स्वरूप जमा करवाया।
नवाबगंज टोल से प्रतिदिन लगभग 30 हजार ऐसे वाहन आवागमन करते हैं। जिनके लिए टोल पास करने में फास्टैग अनिवार्य है। जिन पर फास्टैग नहीं है, उनको फास्टैग लगवाने के लिए प्रेरित करना, जिनके फास्टैग लगा है उनको सही स्थान पर फास्टैग लगाने की सलाह देने का काम टोल संचालक एजेंसी निरंतर दे रही है। हालांकि इस बीच जो वाहन के आकार और लोडिग की क्षमता है, फास्टैग उसी के अनुसार लगाया जाए, इस बात की जानकारी टोल प्रशासन ने संबंधित वाहन सवारों को नहीं दी। बावजूद चालाक वाहन सवारों ने यह तरकीब निकाल ली। जिसका प्रबंध भी टोल प्रशासन ने कर रखा था। टोल प्रबंधन में निरंतर चलने वाला ऑडिट इस खेल को खोलने में मददगार बना। जो वाहन क्षमता के सापेक्ष हल्का फास्टैग लगाकर निकला उसके नंबर पर बकाए शुल्क की इंट्री चढ़ा दी गई। इसके बाद जैसे ही संबंधित वाहन दोबार इस टोल से निकला। उसका वास्तविक फास्टैग शुल्क तो उससे वसूला ही गया, साथ ही जो पहले का बकाया था। वह भी संबंधित वाहन चालक से वसूल लिया गया।