सिलेंडरों तक आग पहुंचती तो तबाह हो जाती बस्ती
जागरण संवाददाता, उन्नाव : अकरमपुर औद्योगिक क्षेत्र में रविवार सुबह चिप्स फैक्ट्री में लगी आग क
जागरण संवाददाता, उन्नाव : अकरमपुर औद्योगिक क्षेत्र में रविवार सुबह चिप्स फैक्ट्री में लगी आग को बुझाने पहुंचे फायर कर्मियों की सूझबूझ से सैकड़ों लोगों की जान बच गई। जिस वक्त फैक्ट्री में आग लगी आधा सैकड़ा से अधिक कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर रखे थे। समय रहते कर्मियों ने सिलेंडर फैक्ट्री से हटाकर सुरक्षित स्थान पर न पहुंचाए होते तो विस्फोट से बस्ती नष्ट हो जाती। जिस भट्ठी पर चिप्स तैयार होते थे, उसे जलाने और फैक्ट्री में हो रहे निर्माण कार्य के लिए कामर्शियल रसोई गैस फैक्ट्री में रखे गए थे। फायर प्लांट में आग लगने के बाद रखे ऑयल टैंक से आग तेजी से भड़की और सिलेंडर के ढेर की ओर तेजी से बढ़ी। दो दमकल वाहनों के साथ पहुंच एफएसओ शिवदरश ने अन्य विभागीय कर्मियों को फैक्ट्री में ज्वलंत पदार्थ का पता लगाने की बात कही। दमकल कर्मी मो. आबिद की नजर करीब एक सैकड़ा रखे सिलेंडर पर पड़ी तो वह भौचक रह गया। भागकर उसने एफएसओ को जानकारी दी, जिस पर फैक्ट्री के कर्मियों की मदद से दूसरी फैक्ट्री की बाउंड्री लांघ सिलेंडर को वहां से हटवाया गया।
------------------
आग की लपटें देखकर खाली होने लगी बस्ती
- फैक्ट्री में आग की भीषण लपटें देख पास की बस्ती के लोग घरों से बाहर निकल आए। विस्फोट होने की संभावना पर सभी ने महिला बच्चों को सुरक्षित स्थान पर भिजवा दिया।
------------------
दूसरी फैक्ट्रियों से लिया गया पानी
- चिप्स फैक्ट्री में आग बुझाने के लिए पानी की पर्याप्त व्यवस्था न होने से दमकल कर्मियों ने अन्य फैक्ट्रियों से मदद ली। जिसके बाद फैक्ट्री कर्मियों की मदद से आग बुझाने की कोशिश शुरू की गई। आग की भड़ककर अन्य फैक्ट्रियों तक न पहुंच जाए, इस अंदेशे पर काम बंद करा मजदूरों को अलर्ट कर दिया।
------------------
टीन शेड गिरने से दबा मलबा, जेसीबी की ली मदद
- भीषण आग से टीन शेड गिरने के साथ फैक्ट्री की दीवारें दरक गईं। टीन शेड गिरने से मलबा नीचे दब गया और सुलगता रहा। जिससे फायर कर्मियों को आग बुझाने में मशक्कत का सामना करना पड़ा। शाम 6 बजे तक जेसीबी की मदद से टीन शेड हटा आग बुझाने की मशक्कत जारी रही।
......................
10 मिनट पहले ही मौत के मुंह से निकले थे मजदूर
उन्नाव: चिप्स फैक्ट्री में रात की शिफ्ट पूरी कर सुबह 8 बजे ड्यूटी से निकले मजदूरों की जैसे ही आग लगने की भनक लगी, सभी को पैरों तले से जमीन खिसक गई। सभी खुद की तकदीर अच्छी होने की बात सोच मन को दिलासा देते रहे। फैक्ट्री में मौजूद सिक्योरिटी गार्ड के साथ कुछ मजदूरों ने करीब 400 मजदूरों के फैक्ट्री में काम करने की संभावना जताई है। बताया कि फैक्ट्री दो शिफ्टों में चलती है। शनिवार रात की शिफ्ट सुबह 8 बजे छूटी और मजदूरों के निकलने के ठीक 10 मिनट बाद फैक्ट्री आग की लपटों के बीच घिर गई। बताया कि आग महज 10 मिनट पहले लगती तो बड़ी जनहानि हो सकती थी। उधर फैक्ट्री से घर पहुंचे मजदूरों का कहना था कि दीवाली में फैक्ट्री से बोनस के साथ अन्य जो कुछ भी मिलना था, आग ने पानी फेर दिया।
------------------
बोले एफएसओ
- फैक्ट्री में मानक के अनुसार अग्निशमन संबंधी उपकरण नहीं मिले। पूरी फैक्ट्री आग की चपेट में आई है। कई ऐसी रा मैटेरियल के साथ बना माल और मशीन आग की चपेट में आई हैं। मानकों को लेकर फैक्ट्री प्रबंधन को नोटिस जारी की जाएगी।
- शिवदरश प्रसाद, अग्निशमन अधिकारी