सामुदायिक इज्जतघर की थर्ड पार्टी जांच कराएगा शासन
जागरण संवाददाता उन्नाव जिले में 1040 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत सभी सामुदायिक इज्जत घर निर्माण त
जागरण संवाददाता, उन्नाव: जिले में 1040 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत सभी सामुदायिक इज्जत घर निर्माण तमाम सवालों के घेरे में हैं। पहले तो इन इज्जतघरों के निर्माण में खेल किया गया। इसके बाद निर्माण की सुस्त रफ्तार अब भी कई ग्राम पंचायतों में अपूर्ण सामुदायिक इज्जतघर दे रहे हैं। वहीं जो बन गए हैं और संचालित होने चाहिये, उन पर उन्हीं जिम्मेदारों ने ताला डलवा रखा है जिन पर इसको संचालित किए जाने की जिम्मेदारी है। एनआरएलएम की समूह महिलाओं में इज्जत घर की संचालनकर्ता महिलाओं को महीने में छह हजार रुपये दिए जा रहे हैं, लेकिन सामुदायिक घरों से आज भी ताला नहीं खोला गया है। जिस पर प्रकाशित की जा चुकी कई खबरों के बाद शासन ने सीधे संज्ञान लेकर थर्ड पार्टी जांच की कवायद तैयार की है।
शासन ने थर्ड पार्टी जांच के लिए क्षेत्रीय नगर एवं पर्यावरण अध्ययन केंद्र (आसीयूएस) लखनऊ को रिसोर्स सेंटर के रूप में नामित किया है। शासन से जांच के लिए एपीएम दीपक कुमार को जिम्मा दिया गया है। जिला पंचायतीराज में शासन से दी गई इस जानकारी के बाद अफरातफरी मची हुई है। डीपीआरओ ने सभी ब्लाक के सहायक विकास अधिकारी पंचायत पर इस सत्यापन को पूरा कराने का दायित्व दिया है। इसी के साथ डीपीआरओ आरपी यादव ने 12 जुलाई को सूचना आते ही अपनी कमियों को दुरुस्त कर लेने की हिदायत दी है।
अभी जिले के कई विकासखंड में सामुदायिक इज्जत घर का निर्माण, संचालन व रखरखाव पूरी तरह लापरवाही का शिकार है। यह हकीकत जानते हुये निवर्तमान डीपीआरओ ने एडीओ पंचायत से कहा है कि शासन की थर्ड पार्टी जांच में सहयोग करने से पहले सभी कमियों को दूर कर लें।
डीपीआरओ ने एडीओ पंचायत को निर्देश दिए हैं कि सभी कमियों को ठीक करा लें, अन्यथा यदि कहीं कमी पाई जाती है और यह बात शासन की रिपोर्ट में आई तो संबंधित एडीओ पंचायत पर कड़ी कार्रवाई के साथ सचिवों को निलंबित किया जायेगा।