सरकारी वाहनों का जिले से बाहर जाना प्रतिबंधित
जिला मुख्यालय पर रहने के तमाम आदेशों के बाद भी लगातार अफसरों के कानपुर लखनऊ से आने जाने की शिकायतें मिल रहीं हैं। दोनों ही जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। उनके आवागमन से जिले को भी खतरा हो सकता है। इस खतरे को टालने के लिए अब जिले की सीमा से बाहर जाने पर पास धारक सरकारी वाहनों पर भी रोक लगा दी गई है। जिले से बाहर उन वाहनों को ही जाने दिया जाएगा जिनके पास डीएम की अनुमति होगी।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : जिला मुख्यालय पर रहने के तमाम आदेशों के बाद भी लगातार अफसरों के कानपुर लखनऊ से आने जाने की शिकायतें मिल रहीं हैं। दोनों ही जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। उनके आवागमन से जिले को भी खतरा हो सकता है। इस खतरे को टालने के लिए अब जिले की सीमा से बाहर जाने पर पासधारक सरकारी वाहनों पर भी रोक लगा दी गई है।
पड़ोसी राजधानी लखनऊ और औद्योगिक नगरी कानपुर दोनों में ही कोरोना वायरस के संक्रमण का हमला लगातार बढ़ रहा है। अफसरों को जिला मुख्यालय पर रहने के कड़े आदेश दिए जा चुके हैं लेकिन उसके बाद भी अफसरों के मुख्यालय पर न रहने की शिकायतें आ रहीं हैं। अब डीएम रवींद्र कुमार ने पड़ोसी जनपदों से आने जाने वालों की नकेल कसने का एक और प्रयास किया है। उन्होंने सरकारी वाहनों के जिले की सीमा से बाहर जाने पर रोक लगा दी है। बार्डर पर तैनात पुलिस करेगी सरकारी वाहनों की चेकिग
डीएम रवींद्र कुमार ने एसपी विक्रांत वीर से कहा है कि जिले के सभी बार्डर बैरियरों खासकर लखनऊ और कानपुर पर तैनात पुलिस जवानों को निर्देश दें कि वह कोई सरकारी वाहन न निकलने दें। सिर्फ उन्हीं वाहनों को बैरियर पार करने दे जिनके पास बाहर जाने के लिए डीएम की अनुमति हो। पड़ोसी जनपद से आने जाने वाले लोग संक्रमण फैला सकते हैं इससे इंकार नहीं किया जा सकता है। शिकायतें आ रहीं थी कुछ अधिकारी कर्मचारी अब भी लखनऊ कानपुर से आ जा रहे हैं उनके आवागमन पर रोक लगाने को सभी सीमाओं के बैरियरों से सरकारी वाहनों को बाहर न जाने देने का आदेश दिया गया है। जिस अफसर को बाहर भेजा जाएगा उसे भी अनुमति लेनी होगी।
- रविन्द्र कुमार, जिलाधिकारी