गंगा कटरी बना टिड्डियों का रेड जोन
जागरण संवाददाता उन्नाव गंगा कटरी अपनी प्राकृतिक स्थितियों के कारण टिड्डी दल का रेड
जागरण संवाददाता, उन्नाव : गंगा कटरी अपनी प्राकृतिक स्थितियों के कारण टिड्डी दल का रेड जोन बन गया है। जोधपुर से आई केंद्र कीट रक्षक टीम ने यमुना व गंगा के तराई क्षेत्रों को टिड्डियों का रेड जोन घोषित किया है। ऐसे में गंगा कटरी के किसानों को फसल के बचाव को लेकर अनुदान पर स्प्रेयर दिए जाएंगे। साथ ही कीटनाशक और उनके प्रयोग को लेकर किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा। वहीं वाट्सएप नंबर सार्वजनिक करके किसानों की समस्या का निस्तारण होगा।
टिड्डी दल को कानपुर की ओर भगा दिया गया है, लेकिन खतरा बरकरार है। केंद्रीय कीट रक्षा कमेटी जोधपुर के मुताबिक गंगा और यमुना की कटरी टिड्डी दल के प्रजनन का केंद्र बन रही है, यहां की वातावरण टिड्डियों के लिए अनुकूल है। कटरी क्षेत्र में खेतों में हरियाली के साथ नमी होती है, जिससे दल को यहां गतिविधि करने में दिक्कत नहीं आती है। ऐसे में गंगा कटरी के किसानों के खेत को टिड्डी से बचाने के शासन स्तर पर किसानों को अनुदान पर स्प्रेयर मशीन दी जाएगी। साथ ही कटरी के सभी किसानों को खेत पर कीटनाशक रखने के लिए शोर करने और टायर जलाने का इंतजाम करने को कहा गया है।
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50 फीसद की मिलेगी सब्सिडी
- कीटनाशक से बचाव को लेकर किसानों को 50 फीसद सब्सिडी के साथ स्प्रेयर मशीन मिलेगी। इसके लिए किसान कृषि रक्षा विभाग से संपर्क कर सकता है। साथ ही सहकारी समिति से भी किसानों को स्प्रयेर दिलाए जाएंगे। छोटे स्प्रयेर के लिए 545 रुपये तथा बड़े स्प्रेयर के लिए 1832 रुपये की सब्सिडी दी जाएगी।
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- टिड्डी दल का खतरा जिले में बना हुआ है। इस कारण सभी विभाग अलर्ट हैं। टिड्डी दल सबसे अधिक गंगा कटरी क्षेत्र में देखी जाती है। ऐसे में वहां के किसानों को कीटनाशक के छिड़काव के लिए स्प्रेयर दिलाए जाएंगे।
- डॉ. नंदकिशोर, उप निदेशक कृषि