ऑपरेशन से प्रसव के बाद आंखों की रोशनी घटी
महिला जिला अस्पताल में दो दिन पूर्व सीजर आपरेशन से बच्चे को जन्म देने वाली प्रसूता को शुक्रवार अचानक आंखों से धुंधला दिखाई देने लगा इसे लेकर परिवार के लोगों के हंगामा किया। डॉक्टरों का कहना है कि बीपी बढ़ने के कारण यह परेशानी हुई है। बवाल बढ़ता देख नेत्ररोग विशेषज्ञ से परीक्षण करा सलाह लेने के बाद उसे हैलट कानपुर रेफर किया गया है।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : महिला जिला अस्पताल में दो दिन पूर्व सीजर ऑपरेशन से बच्चे को जन्म देने वाली प्रसूता को शुक्रवार अचानक आंखों से धुंधला दिखाई देने लगा, इसे लेकर परिवार के लोगों के हंगामा किया। डॉक्टरों का कहना है कि बीपी बढ़ने के कारण यह परेशानी हुई है। बवाल बढ़ता देख नेत्ररोग विशेषज्ञ से परीक्षण करा सलाह लेने के बाद उसे हैलट कानपुर रेफर किया गया है।
सदर कोतवाली के गांव दयाल खेड़ा निवासी महेंद्र की पत्नी मनीषा (25 वर्ष) को प्रसव पीड़ा होने पर 15 जनवरी को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉ. गीता अग्रवाल ने ऑपरेशन कर प्रसव कराया। गुरुवार रात से अचानक मनीषा को आंखों से बहुत कम दिखाई देने लगा। परिवार के लोगों ने प्रसव कक्ष ड्यूटी पर रही डॉक्टर को इसकी जानकारी दी। उन्होंने देखने के बाद सुबह नेत्ररोग विशेषज्ञ को दिखाने की सलाह दी। शुक्रवार को सुबह जब कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा तो परिवार के सदस्यों ने हंगामा शुरु कर दिया। बवाल बढ़ने पर प्रसूता का आपरेशन करने वाली डॉ. गीता अग्रवाल और डॉ. संजू अग्रवाल ने आई सर्जन डॉ. फैजल जुबेर को बुलाकर प्रसूता की आंखों का परीक्षण कराया। नेत्र रोग विशेषज्ञ ने बताया कि ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण रेटिना की झिल्ली पर ब्लड आ गया है, इससे यह परेशानी हुई है। उन्होंने कहा कि दो तीन दिन दवा डालने से ठीक हो जाएगा इससे रोशनी नहीं जाती है। उधर परिवार के लोगों का आक्रोश और बीपी हाई देख डॉक्टर ने प्रसूता को हैलट कानपुर रेफर कर दिया। पति का आरोप था कि प्रसव के लिए किए गए आपरेशन में चूक होने से पत्नी के आंखों की रोशनी कम हुई है। सीएमएस डॉ. अंजू द्विवेदी ने बताया कि बीपी बढ़ने के कारण उसे परेशानी हुई है। हैलट रेफर कर दिया गया है। ऑपरेशन से इस तरह की कोई परेशानी नहीं होती है।