पुलिस कार्रवाई के विरोध में कर्मचारियों ने खोला मोर्चा
जागरण संवाददाता उन्नाव यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्टीरियल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष
जागरण संवाददाता, उन्नाव : यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्टीरियल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रेम सिंह पर किए गए जानलेवा हमले के मामले में आरोपितों के खिलाफ जानलेवा हमला का मुकदमा दर्ज न किए जाने से आक्रोशित कर्मचारी काम बंद कर शुक्रवार को सीएमओ कार्यालय में धरने पर बैठ गए। एसडीएम और कोतवाल ने उनका ज्ञापन लेकर चौबीस घंटे में कार्रवाई करने का आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया।
बताते चलें एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पर 14 सितंबर को मामूली विवाद में हमला किया गया था। उक्त मामले की रिपोर्ट मारपीट की धारा में अंकित कर दो लोगों को शांति भंग की धारा में मजिस्ट्रेट के न्यायालय भेजा गया था। उक्त घटना के बाद राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद और एसोसिएशन के अलावा कई कर्मचारी संगठनों ने मामले की रिपेार्ट जानलेवा हमले की धारा में दर्ज करने की माग की थी। लेकिन उस पर पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। इसे लेकर कर्मचारी संगठनों ने पुलिस द्वारा कार्रवाई में हीलाहवाली करने का आरोप लगाते हुए काम बंद कर विरोध करने की घोषणा की थी। शुक्रवार को पुलिस कार्यशैली के विरोध में कर्मचारी संगठनों के आह्वान सीएमओ कार्यालय में धरना दिया गया। धरना और काम बंद होने की जानकारी मिलने पर एसडीएम सदर नन्हकू सदर कोतवाल दिनेश मिश्र के साथ सीएमओ कार्यालय पहुंचे। धरने पर बैठे कर्मचारी नेताओं से बात कर उनका ज्ञापन लिया और मामले में शीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिया उसके बाद धरना समाप्त कर कर्मचारी काम पर लौटे। धरना में राजस्व संग्रह अमीन संघ, सम्भागीय परिवहन संघ, पालिटेक्निक संघ, चतुर्थ कर्मचारी संघ, बेसिक शिक्षा संघ, डिप्लोमा फार्मास्टि संघ, नगर पालिका परिषद संघ, एनएचएम संघ एवं अधिनस्थ कृषि सेवा संघ, मिनिस्ट्रिल फेडरेशन आफ सर्विस एसोसिएशन, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद एवं यूपी मेडिकल एण्ड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन के कर्मचारी नेताओं में उमानिवास बाजपेई, नीरज निगम, दिलीप अवस्थी, सुबोध त्रिपाठी, मो. एजाज, अशोक सिंह, आदि ने धरना सभा को संबोधित करते हुए चेतावनी दी है यदि पुलिस ने जान लेवा हमले में मामला दर्ज कर गिरफ्तारी नहीं की तो काम बंद कर विरोध दर्ज कराया जाएगा।