सुरक्षा न मिली तो डॉक्टर करेंगे इमरजेंसी ड्यूटी का बहिष्कार
जिला अस्पताल इमरजेंसी में शनिवार रात ड्यूटी के दौरान ईएमओ डॉ. आशीष सक्सेना के साथ हुई मारपीट का मामला तूल पकड़ रहा है। सोमवार को प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ (पीएमएस) ने सीएमओ कार्यालय में बैठक कर घटना पर कड़ी नाराजगी जताई। घटना के 4
जागरण संवाददाता, उन्नाव : जिला अस्पताल इमरजेंसी में शनिवार रात ड्यूटी के दौरान ईएमओ डॉ. आशीष सक्सेना के साथ हुई मारपीट का मामला तूल पकड़ रहा है। सोमवार को प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ (पीएमएस) ने सीएमओ कार्यालय में बैठक कर घटना पर कड़ी नाराजगी जताई। डॉक्टरों ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर इमरजेंसी में 24 घंटे सशस्त्र सुरक्षा नहीं मिली तो इमरजेंसी ड्यूटी ठप कर दी जाएगी। वहीं डॉक्टरों ने चेतावनी दी 48 घंटे में मुख्य आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। डॉक्टरों में घटना को लेकर पुलिस के प्रति इस कदर रोष व्याप्त है कि उन्होंने अस्पताल चौकी प्रभारी को हटाने की भी मांग कर डाली। दूसरी तरफ पुलिस ने डॉक्टर द्वारा नामित किए गए तीन आरोपितों में दो को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। तीसरे नामित की तलाश की जा रही है।
सोमवार को सीएमओ कार्यालय में पीएमएस जिलाध्यक्ष डॉ. धीर सिंह की अध्यक्षता में संघ की बैठक हुई। जिसमें इमरजेंसी ड्यूटी के दौरान डॉक्टर आशीष के साथ की गई मारपीट को लेकर डॉक्टरों ने रोष जताया। चिकित्सकों ने कड़े शब्दों में घटना का विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि इस तरह अपराधीतत्व अगर अस्पताल में आकर हमला करेंगे तो चिकित्सा सेवा दे पाना कठिन होगा। डॉक्टरों ने पुलिस पर नाकामी का आरोप लगाते हुए कहा कि 48 घंटा बीतने के बाद भी मारपीट करने वालों में मुख्य आरोपित को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। डॉक्टरों का आरोप है कि अस्पताल चौकी पुलिस सूचना के बाद भी देर से पहुंची। बैठक में सर्वसम्मति से लिए गए निर्णय के अनुसार हमलावरों को 48 घंटे में गिरफ्तार करने, अस्पताल चौकी प्रभारी को हटाने और इमरजेंसी में 24 घंटे सशस्त्र गार्ड की ड्यूटी लगाने की मांग की है। पीएमएस महामंत्री डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि डीएम को ज्ञापन भेजा जा रहा है दो दिन बाद पुन: बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी। डीएम देवेंद्र कुमार पांडेय ने कहा कि नोडल अधिकारी के कार्यक्रम के कारण अभी मामले को देख नहीं सका, डॉक्टरों की मांग पर सार्थक कार्रवाई की जाएगी। शनिवार रात को इमरजेंसी में ड्यूटी पर रहे डॉ. आशीष के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की थी। पीएमएस की बैठक में एसीएमओ डॉ. तनमय कक्कड़, डॉ. ज्ञानप्रकाश आदि मौजूद रहे।
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मुख्य आरोपित का कोर्ट में आत्मसमर्पण का प्रयास
- शहर कोतवाल दिनेश चंद्र मिश्र ने बताया कि डॉ. आशीष द्वारा जिन तीन आरोपितों को नामजद किया गया है, उनमें से दो हिमांशु चौधरी और गोलू को गिरफ्तार कर कोर्ट भेजा गया, जहां से न्यायाधीश ने उन्हें जेल भेज दिया है। उन्होंने बताया कि तीसरे नामित आरोपित अंशू सविता की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर विधिक सूत्रों का कहना है कि अंशू कोर्ट में आत्मसमर्पण करने का प्रयास कर रहा है। वकीलों की हड़ताल होने से वह आत्मसमर्पण नहीं कर सका।
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- ड्यूटी के दौरान डॉक्टर से मारपीट निदनीय कृत्य है डॉक्टरों में आक्रोश है मैं स्वयं डीएम से मिलकर इमरजेंसी में 24 घंटे सशस्त्र सुरक्षा व्यवस्था कराने को कहूंगा।
- डॉ. बीबी भट्ट, सीएमएस