आयुष्मान कार्ड में पता नहीं होने से लाभार्थियों तक पहुंचाना कठिन
जागरण संवाददाता उन्नाव आयुष्मान योजना के लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाने के लिए गांव-गांव
जागरण संवाददाता, उन्नाव : आयुष्मान योजना के लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाने के लिए गांव-गांव शिविर लगाए गए। बड़ी संख्या में कार्ड बनाए गए। अब जब वितरण का नंबर आया तो विभाग के सामने मुसीबत खड़ी हो गई। क्योंकि कार्डों पर लाभार्थी का नाम तो दर्ज है, लेकिन पता नहीं है। ऐसे में बीएलई को लाभार्थी तक कार्ड पहुंचाने में पसीना छूट रहा है। लगभग बीस हजार लाभार्थी ऐसे हैं जिनके कार्ड बन जाने के बाद भी उन तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
जिले में आयुष्मान योजना के तहत लगातार गांवों में शिविर लगाकर आयुष्मान लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा रहे हैं। मार्च से सितंबर माह तक तीन बार कार्ड बनाने का अभियान चल चुका है। 10 से 31 मार्च तक चले अभियान में लगभग एक लाख आयुष्मान गोल्डन कार्ड कामन सर्विस सेंटर के वीएलई (विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर) ने बनाए थे। इनसे से लगभग 27,000 हजार कार्ड बन कर आ गए हैं। जिनका वितरण कराया जाना है अभी तक छह से सात हजार कार्ड ही लाभार्थियों के पास पहुंच सके हैं। अन्य कार्ड ब्लाक अस्पतालों और काम सर्विस सेंटरों पर ही पड़े हैं।
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- आयुष्मान गोल्डन कार्ड का वितरण कामन सर्विस सेंटर के वीएलई को करना है। लाभार्थी का निशान अंगूठा लगवाकर जब कार्ड देंगे तभी उनका भुगतान होगा। कार्ड पर पता नहीं है, इससे वितरण में परेशानी आ रही है। यह सही है मोबाइल नंबर के आधार पर फोन कर लाभार्थियों में कार्ड वितरित कराने का प्रयास किया जा रहा है।
एसीएमओ डा. आर सिंह, नोडल अधिकारी आयुष्मान योजना
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अब चलेगा आयुष्मान अंत्योदय आपके द्वार
- पांच लाख रुपया तक की बेहतर चिकित्सा कराने का लाभ देने के लिए सरकार हर लाभार्थी तक आयुष्मान गोल्डन कार्ड पहुंचाने के प्रयास में लगी है। 11 अक्टूबर को आयुष्मान अंत्योदय आपके द्वार कार्यक्रम मनाया जाएगा। जिसके तहत सभी ब्लाकों और जिला मुख्यालय पर वृहद कार्यक्रम आयोजित कर 125-125 लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड का वितरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ से इस कार्यक्रम का वर्चुअल शुभारंभ करेंगे। सभी ब्लाक अस्पतालों में वर्चुअल कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जाएगा। इसके बाद सांसद व विधायक लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड वितरित करेंगे।