डेंगू और मलेरिया पर नहीं लग रही लगाम, सीएचसी-पीएचसी में जांच किट नहीं
जागरण संवाददाता उन्नाव जिले में डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हा
जागरण संवाददाता, उन्नाव : जिले में डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हालत यह है कि स्वास्थ्य विभाग के पास डेंगू की तत्काल जांच के लिए किट भी नहीं हैं। वह सैंपल लेकर लखनऊ भेजने का दावा कर रहा है, लेकिन मरीजों को रिपोर्ट नहीं मिल रही है। लगभग 15 दिनों से सीएचसी-पीएचसी में जांच किट नहीं हैं। इससे मरीज बाहर से जांच करा रहे हैं।
शहर, सफीपुर, नवाबगंज समेत कई ब्लाक क्षेत्रों में डेंगू से 18 से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं, लेकिन एलायजा टेस्ट न होने से विभाग इन मौतों को स्वीकार नहीं कर रहा है। मच्छर जनित बीमारियो को रोकने के लिए नगर निकाय और पंचायतराज विभाग को स्वास्थ्य विभाग का सहयोगी बनाया गया। फागिग और साफ सफाई की उन्हें जिम्मेदारी दी गई, लेकिन दोनों ही विभाग कागज पर फागिग और सफाई करा रहे हैं, जिससे मच्छर न कम हो रहे न मच्छर जनित बीमारी। इससे डेंगू और मलेरिया को पैर पसारने का पूरा मौका मिल गया। अक्तूबर माह के अंत तक जिले में डेंगू के 50 से अधिक डेंगू-मलेरिया के मामले सामने आ चुके थे। नवंबर माह में यह आंकड़ा 70 पार कर गया। हांलाकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार सरकारी अस्पताल में हुई जांच में 56 लोग डेंगू से संक्रमित पाए गए हैं। निजी लैबों में जांच कराने वालों का उसके पास रिकार्ड नहीं है।
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बुखार और कोल्ड डायरिया के मरीज बढ़े
- ठंड की शुरुआत के साथ ही बुखार और कोल्ड डायरिया के मरीज तेजी से बढ़े हैं। रविवार को जिला अस्पताल इमरजेंसी में बुखार के दस और कोल्ड डायरिया के 6 मरीज भर्ती किए। जबकि, लगभग 60 से अधिक बुखार पीड़ित मरीजों को दवा देकर डॉक्टर ने घर भेज दिया। मौसम की बीमारियों का कहर सबसे अधिक बच्चों पर बरप रहा है। कोल्ड डायरिया और निमोनिया से पीड़ित बच्चों की जिला अस्पताल में भरमार है। कोल्ड डायरिया अब बच्चों ही नहीं बड़ों को भी अपनी चपेट ले रही है। रविवार को उल्टी दस्त पीड़ित 6 मरीजों को भर्ती किया गया । इसके साथ ही बुखार के दस मरीज भर्ती किए गए हैं। अवकाश का दिन होने से ओपीडी बंद रही जो भी बुखार और कोल्ड डायरिया प्रभावित लगभग 60 मरीज देखे गए।