खतरा बरकरार, छह बाढ़ राहत चौकियां तैयार
संवाद सहयोगी पाटन तहसील बीघापुर क्षेत्र में गंगा नदी के दूसरे छोर पर पड़ने वाली दूली खे
संवाद सहयोगी , पाटन : तहसील बीघापुर क्षेत्र में गंगा नदी के दूसरे छोर पर पड़ने वाली दूली खेड़ा व लाल खेड़ा ग्राम पंचायतें व उनके एक दर्जन से अधिक मजरों में बाढ़ के बादल मंडरा रहे हैं। इस पार कटरी के गांवों पर भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। ग्राम गढेवा के पास गंगा के बढ़ रहे जलस्तर से कटान तेज हो रही हैं। एसडीएम ने इसकी रोकथाम के लिए सिचाई व लोक निर्माण विभाग को दो दिन पहले पत्र भेजा हैं। लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हुआ। बुधवार को शाम तहसीलदार दिलीप कुमार ने गढेवा पहुंचकर कटान का निरीक्षण किया ।
एसडीएम बीघापुर अंकित शुक्ला ने कहा कि गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है, पर बाढ़ जैसी कोई बात नही हैं। फिर भी इससे निपटने के लिए छह चौकियां स्थापित कर कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। तहसील मुख्यालय पर कंट्रोल रूम बनाया गया। नावों की भी व्यवस्था कर ली गयी हैं।
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गंगा का जलस्तर 14 सेंटीमीटर
घटा, मुश्किलें बरकरार
शुक्लागंज : शुक्लागंज में गंगा नदी का जलस्तर बीते 26 घंटों में 14 सेंटीमीटर घटा जरूर है, लेकिन मुश्किलें अभी भी बरकारर हैं। रविदासनगर कटरी में सुमन व राजकुमार के घर की देहरी तक पानी पहुंच गया है। वहीं दूसरी ओर पश्चिमी गंगाघाट के चंपापुरवा व गोताखोर मोहल्ले में कई घर पानी से पूरी तरह से घिर गए हैं। नावों के सहारे या फिर पानी मंझाकर लोगों को आवागमन करना पड़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के अनुसार बुधवार शाम चार बजे गंगा नदी का जलस्तर 111.680 मीटर दर्ज किया गया था। जो गुरुवार को सुबह आठ बजे 13 सेंटीमीटर घटकर 111.550 मीटर पहुंच गया है। शाम चार बजे तक गंगा का जलस्तर 111.550 मीटर के बिदु पर स्थिर रहा। शाम छह बजे जब जलस्तर की पैमाइश कराई गई तो यह एक सेंटीमीटर और घटकर 111.540 मीटर पहुंच गया। इस तरह गंगा का जलस्तर 14 सेंटीमीटर घटा है।