चाइना से सीएफसी पहुंची कंप्यूटराइज्ड एंब्रायडरी मशीन
जागरण संवाददाता उन्नाव एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत जरी जरदोजी में चयनित जिले में
जागरण संवाददाता, उन्नाव : एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत जरी जरदोजी में चयनित जिले में तैयार सीएफसी (कामन फैसेलिटी सेंटर) दीपावली तक रफ्तार पकड़ सकता है। चाइना से आयात की गई कंप्यूटराइज्ड एंब्रायडरी मशीन सोमवार रात यहां पहुंच गई है। अब एक मात्र कुल्टिग मशीन की प्रतिक्षा है, जिसके अगले 15 दिनों में आने की उम्मीद है। इसके बाद अत्याधुनिक मशीनों पर जिले के कारीगर जरी जरदोजी की कढ़ाई के साथ साड़ी, सूट व अन्य परिधान तैयार कर बाजार तक पहुंचाएंगे।
जिले में करीब एक वर्ष से सीएफसी भवन बनकर तैयार है। मशीनों की आपूर्ति धीमी होने के कारण सितंबर तक इसे चालू करने का लक्ष्य फिलहाल पूरा नहीं हो सका। केंद्र की मुख्य संचालिका जाहिरा ने बताया कि इसे शुरू करने के लिए करीब 16 मशीनें पहले ही मिल चुकी थी। सोमवार रात कंप्यूटराइज्ड एंब्रायडरी मशीन की आपूर्ति भी कर दी गई है। जो चाइना से आयात करके लाई गई है। जबकि, कुल्टिग मशीन मिलना शेष रह गया है। सोमवार रात कंप्यूटराइज्ड एंब्रायडरी मशीन को दो बड़ी क्रेन की मदद से केंद्र पहुंचाया गया है। करीब 25 लाख रुपये कीमत वाली इस मशीन को फिलहाल केंद्र के बाहरी बरामदे में ही रखवाया गया है। संचालिका जाहिरा ने बताया कि तैयारियां पूरी हैं। नवंबर माह में दीपावली तक सेंटर का संचालन शुरू करा दिया जाएगा।
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समय बचायेगी मशीन
- सोमवार को आपूर्ति की गई कंप्यूटराइज्ड एंब्रायडरी मशीन जारी जरदोजी कारीगरों के लिए काफी उपयोगी होगी। इसके माध्यम से कंप्यूटर से तैयार डिजाइन को मात्र तीन से पांच घंटे में एक साड़ी को तैयार किया जा सकता है। जबकि, इसी को हाथ से तैयार करने में तीन से चार या पांच दिन का समय लग जाता था। केंद्र संचालित जाहिरा बताती हैं मशीन में कढ़ाई के लिए एक साथ 120 सुई काम करेंगी। इससे कढ़ाई का काम तेजी से होता है। इस मशीन से जैकेट व बेल्ट जैसे उत्पादों पर जरी जरदोजी का काम काफी सफाई के साथ हो सकता है।