'लव-कुश' की कर्मनगरी की मिट्टी से बने 'दीपों' की रोशनी से जगमग होगी 'रामनगरी'
प्रकाश तिवारी-सुनील सैनी उन्नाव जिस मिट्टी में खेलकर कौशलपुरी के राजकुमारों लव-कुश ने
प्रकाश तिवारी-सुनील सैनी, उन्नाव: जिस मिट्टी में खेलकर कौशलपुरी के राजकुमारों लव-कुश ने प्रभु राम द्वारा किए गए अश्वमेध यज्ञ का घोड़ा पकड़ अयोध्या की सेना सहित लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न तक को पराजित किया था। वहां की मिट्टी से बने दीयों से राममंदिर के भूमिपूजन के दौरान रामनगरी प्रकाशित होगी।
आज अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आधारशिला रखेंगे। इसकी खुशी में अयोध्या सहित पूरा देश दीप जलाकर मनाएगा। यह दिन ऐतिहासिक बनाने को रामनगरी में घर-घर लाखों दीपक जलाने का आवाह्न रामलला के भक्तों ने किया है। इसके चलते मिट्टी के दीयों की मांग बढ़ी है। इसके चलते उन्नाव के मगरवारा में रहने वाले कुम्भकारों ने विशेष प्रकार के दीयों का निर्माण शुरू किया, जिनमें प्रभु राम का नाम लिखा हुआ है। इन दीयों की ख्याति रामनगरी अयोध्या तक पहुंची और वहां से हजारों की संख्या में दीयों को कौशलपुरी ले जाया गया है। इससे बुधवार को राममंदिर के भूमि पूजन के बाद अयोध्या में इन्ही दीयों के प्रकाश से दीपावली सा ²श्य होगा। इसके अलावा राजधानी लखनऊ, महानगर कानपुर और लव-कुश की नगरी उन्नाव भी अयोध्या से कम प्रकाशवान नहीं होगी। मगरवारा के करीब 20 कुम्भकारों के परिवारों ने मिलकर ये मिट्टी के दीये बनाये हैं। कुंभकार रवि प्रजापति बताते हैं कि वैसे तो दीपावली में ही मिट्टी के दीयों की मांग बढ़ती है लेकिन, इस बार राम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर उन्हें अयोध्या, लखनऊ, कानपुर के अलावा जिले से भी बड़ी मात्रा में राम नाम लिखे दीयों के आर्डर मिले हैं। रामनामी दीयों से जगमग होंगे सरयू, गंगा व गोमती के तट
जिले में तैयार मिट्टी के दीयों से अयोध्या में सरयू, कानपुर और उन्नाव में गंगा और लखनऊ में गोमती के किनारे भी जगमगाएंगे। कुम्भकारों ने बताया कि अब तक रामनगरी में करीब डेढ़ से दो लाख, लखनऊ और कानपुर में एक-एक लाख और जिले में भी करीब एक लाख से अधिक दीयों की सप्लाई हो चुकी है। अयोध्या नरेश ने गरीब कुम्भकारों को लॉकडाउन की मार से उबारा
मगरवारा निवासी कुम्भकार मनोज प्रजापति, राम सजीवन, शंकर, पप्पू, बिदा प्रसाद, राजेश, रामस्वरूप, शिव कुमार, राजाराम, छोटेलाल, रामऔतार ने कहा कि लाकडाउन में काम न होने से उनके घरों में फांके पड़ रहे थे। लेकिन अयोध्या नरेश प्रभु श्री राम की कृपा ने उन लोगों को इस महामारी की मार से उबारा है।