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बीघापुर की 67 ग्राम पंचायतों में चल रहा बिलिग का खेल

जागरण संवाददाता उन्नाव बीघापुर कस्बा सहित 67 ग्राम पंचायतों में बिलिग का बुरा हाल है। 497

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 04:58 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 05:09 AM (IST)
बीघापुर की 67 ग्राम पंचायतों में चल रहा बिलिग का खेल
बीघापुर की 67 ग्राम पंचायतों में चल रहा बिलिग का खेल

जागरण संवाददाता, उन्नाव : बीघापुर कस्बा सहित 67 ग्राम पंचायतों में बिलिग का बुरा हाल है। 49797 उपभोक्ताओं को हर माह बिजली के बिल के लिए परेशान होना पड़ता है। इस समय 10 हजार के आसपास उपभोक्ताओं पर 10 हजार से लेकर 50 हजार तक का बकाया है। जिन उपभोक्ताओं का बिल हजारों में बाकी है, उनके कनेक्शन चेकिग के दौरान काट दिए जाते हैं। उसके बाद जब उपभोक्ता कनेक्शन को लेकर चक्कर लगाता है तो सेटिग की जाती है। इसमें बकाया बिल का 30 फीसद पैसा सेटिग करने वाले अधिकारी के खाते में जाता है और 30 फीसद पैसा जमाया कराया जाता है। इस तरह 40 फीसद बिलिग का पैसा खत्म कर दिया जाता है। इससे विभाग को ही चूना लगता है। जितनी अधिक बिलिग बकाया होती, उतना पैसा सेटिग से अधिकारियों के पास जा रहा है।

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51 बड़े बकायेदारों से हो रही सौदेबाजी

- बीघापुर विद्युत उपखंड क्षेत्र में कुल 2943 नलकूप के कनेक्शन हैं। इसमें 10 हजार के ऊपर 946 बकायेदार हैं और 50 हजार के ऊपर 257 बकायेदार हैं। 51 बकाएदार ऐसे हैं जिनके कनेक्शन काटे गए है। इन्हीं से सौदेबाजी की जा रही है। इसी तरह नलकूपों के लगभग 2 दर्जन ऐसे कनेक्शन हैं, जिनके कनेक्शन तो कटे हैं पर बिल अभी भी आ रहा है।

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लाइन बिछाने और ट्रांसफार्मर देने में भी खेल

- 400 से 450 ऐसे नलकूप कनेक्शन धारक हैं जिनके एस्टीमेट जमा हैं पर कनेक्शन सामग्री नहीं मिल सकी है। सूत्र बताते हैं कि जिनसे सौदा हो जाता उनकी लाइन जल्द बना दी जाती है व कनेक्शन जल्द हो जाते हैं। वहीं 200 से 225 ऐसे किसान है जो ट्रांसफार्मर के लिए भटक रहे हैं।

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- कहीं कोई गड़बड़ी विभागीय स्तर पर नहीं हो रही है। ग्रामीणों की शिकायत आती है, लेकिन वह प्रमाण नहीं दे पाते हैं जिससे चेकिग नहीं हो पाती है। यदि शिकायत पुख्ता रूप से की जाए तो धरपकड़ हो सकेगी। इस दौरान पकड़े में आए बिजली कर्मचारी और अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी।

- एसके सिंह, अधीक्षण अभियंता


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