कोरोना फाइटर्स सम्मान पत्र जला एंबुलेंस कर्मियों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता उन्नाव जीवीके द्वारा संचालित 108 और 102 एंबुलेंस सेवा में अब एडवांस लाइफ सप
जागरण संवाददाता, उन्नाव : जीवीके द्वारा संचालित 108 और 102 एंबुलेंस सेवा में अब एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सेवा दूसरी संस्था को सौंप दी गई है। जिससे एएलएस में काम करने वाले एंबुलेंस कर्मचारियों की सेवा खतरे में पड़ गई है। एएलएस कर्मी कई दिनों से एनएचएम में समायोजन की मांग को लेकर सांकेतिक धरना और विरोध प्रदर्शन करते आ रहे हैं।
रविवार को एंबुलेंस कर्मियों ने कोरोना की दूसरी लहर में उत्कृष्ट सेवा देने पर मिले कोरोना योद्धा सम्मान पत्र जलाकर विरोध दर्ज कराया। एंबुलेंस कर्मियों ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर हो या पहली हम लोगों ने जान की परवाह न करते हुए सेवाएं दी थी। शासन प्रशासन ने सेवाओं को सराहा ही नहीं था बल्कि सम्मान पत्र देकर हौसला बढ़ाया था लेकिन अब नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है और शासन ने चुप्पी साध ली है। ऐसे में इस सम्मान पत्र को रखकर क्या करेंगे। बताते चलें प्रदेश सरकार ने जिगित्सा हेल्थ केयर कंपनी को एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के संचालन का जिम्मा दिया है। नई सेवा प्रदाता कंपनी एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के लिए नए स्टाफ की भर्ती कर रही है। इससे मौजूदा समय में तैनात कर्मियों पर सेवा समाप्ति का खतरा मंडरा रहा है। इसी से वह एनएचएम में समायोजन करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। एंबुलेंस कर्मियों का कहना है कि ठेका प्रथा के कारण बेरोजगार होने का खतरा उत्पन्न हुआ है। प्रदेश में 1200 से अधिक लोग बेरोजगार हो जाएंगे। इस लिए संघर्ष के अलावा कोई विकल्प नहीं है जरूरत पड़ी तो चक्का जाम किया जाएगा।