डायरिया के 24 और बुखार के सात मरीज भर्ती
पारा हर दिन बढ़ रहा उसके साथ ही संक्रामक बीमारियों का ग्राफ भी। मरीजों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है।
डायरिया के 24 और बुखार के सात मरीज भर्ती
जागरण संवाददाता, उन्नाव : पारा हर दिन बढ़ रहा उसके साथ ही संक्रामक बीमारियों का ग्राफ भी। मरीजों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है। सरकारी गैर सरकारी अस्पतालों में डायरिया, जुकाम , बुखार के मरीजों की खासी भीड़ लग रही है। जिला अस्पताल में डायरिया और बुखार के मरीजों से बेड फुल हैं। एक बेड पर दो-दो मरीज लिटाए जा रहे हैं । इसे लेकर तीमारदारों और स्टाफ के बीच नोक झोक हो रही है। गुरुवार को भी डायरिया के 24 और बुखार के सात मरीज भर्ती किए गए है।
भीषण गर्मी के चलते उल्टी दस्त और वायरल फीवर के मरीज बढ़े हैं। गुरुवार को जिला अस्पताल में 1365 मरीजों ने पर्चा बनवाकर पंजीकरण कराया। जिनमें लगभग चार सौ मरीज जुकाम, बुखार और पेट दर्द, उल्टी, दस्त से पीड़ित रहे। सीएमएस डा. पवन कुमार ने बताया कि डायरिया के 24 और बुखार के सात मरीज भर्ती किए गए हैं। ओपीडी, पर्चा काउंटर और दवा काउंटर के साथ ही डायग्नोस्टिक सेंटर में मरीजों की लंबी लाइन के बीच धक्का मुक्की और शोर शराबा होता रहा। वरिष्ठ फिजीशियन डा. आलोक पांडेय ने कहा कि डायरिया बढ़ने का मुख्य कारण बाहर का खानपान है। वहीं बुखार के मरीजों में टाइफाइड के मरीज अधिक मिलने के प्रश्न पर डा. पांडेय ने बताया कि यह दूषित पानी से होता है।
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मरीजों का नहीं पुरसाहाल, तीमारदार खींच रहे स्ट्रेचर
- अफसरों की चेतावनी के बाद भी जिला अस्पताल की व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। मरीजों को स्वयं स्ट्रेचर और व्हील चेयर खींचना पड़ रहा है। वार्डब्वाय मरीजों के तीमारदारों की भी नहीं सुनते। गुरुवार को भी बांगरमऊ बस दुर्घटना में घायल अरुण को इमरजेंसी से वार्ड में शिफ्ट किया तो वार्ड ब्वाय उसे नहीं ले गए साथ रही परिवार की महिलाएं स्ट्रेचर खींच कर वार्ड तक ले गई।