अनिवार्य फास्टैग को 23 दिन शेष, नहीं सुधरा रीडिग सेंसर
संवाद सूत्र नवाबगंज (उन्नाव) भारत सरकार का परिवहन मंत्रालय 15 फरवरी से एक बार फिर टोल
संवाद सूत्र, नवाबगंज (उन्नाव) : भारत सरकार का परिवहन मंत्रालय 15 फरवरी से एक बार फिर टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य करने जा रहा है। पहले एक जनवरी 2021 से 45 दिन समय सीमा बढ़ाकर परिवहन मंत्रालय ने फास्टैग के लिए जरूरी हर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने का समय दिया था। जिसके लागू होने के महज 23 दिन ही शेष हैं। टोल पर वाहनों के आवागमन में अभी भी कैश लेन व फास्टैग लेन में कोई असमानता नजर नहीं आ रही है। कैश लेन के अलावा फास्टैग में अब भी रोजाना 720 वाहनों को जाम व कतारों का सामना करना पड़ रहा है।
एनएचएआइ पीडी एनएन गिरी के अनुसार टोल प्लाजा से प्रतिदिन लगभग 25,000 वाहन आवागमन करते हैं। इनमें 75 फीसद वाहनों पर फास्टैग लगवाया जा चुका है। 24 फीसद वाहन अब भी बगैर फास्टैग के कैशलेन पर खड़े हो रहे हैं। टोल संचालक एजेंसी पीएनसी के टोल प्रभारी सीपी दीक्षित की मानें तो फास्टैगयुक्त वाहनों में पहले जहां 12 फीसद वाहनों के फास्टैग रीड करने में सेंसर को दिक्कत थी। इसके कारण टोल कर्मी हाथ में रीडिग सेंसर मशीन लेकर वाहनों के शीशे पर लगाते थे। अब रीडिग सेंसर की कमी महज चार फीसद वाहनों पर ही आ रही है।टोल प्रभारी ने कहा कि इनमें भी अधिकतम गाड़ियों पर फास्टैग सही स्थान पर न लगाए जाने से रीडिग में दिक्कत है। प्लाजा पर दो कैश लेन से जहां 6000 वाहन निकलते हैं। करीब 18 हजार वाहन फास्टैग की आठ लेन से निकलते हैं।
नवनिर्वाचित एमएलसी का टोल पर स्वागत
संवाद सूत्र, नवाबगंज : भाजपा के नवनिर्वाचित एमएलसी सलिल विश्नोई ने कहा कि भाजपा ने आमजन की सुख सुविधाओं के लिए मुफ्त गैस सिलिंडर, बिजली कनेक्शन देने का काम किया है। कहा किसान सम्मान निधि ने किसानों के लिए संबल का काम किया है। सरकार द्वारा प्रदेश में चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं से किसान सीधे लाभान्वित हो रहा है।
एमएलसी विश्नोई का निर्वाचित होने के बाद पहली बार शनिवार को कानपुर जाते समय रजनीश गर्ग ने भारी भरकम वाहन काफिले एवं सैकड़ों समर्थकों के साथ लखनऊ-कानपुर राजमार्ग पर नवाबगंज स्थित टोल प्लाजा पर फूल मालाओं से लादकर स्वागत किया। संजीव सिंह, धीरज गुप्ता, अतुल सिंह, धर्मेंद्र गुप्ता, टीटू शर्मा, आशीष श्रीवास्तव, सुशील गुप्ता, अवनीश गर्ग, कमल, ओपी आर्या सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।