निर्बाध विद्युत आपूर्ति को लेकर खींची गई 132 केवीए लाइन
जागरण संवाददाता उन्नाव बदहाल विद्युत आपूर्ति व्यवस्था का कोढ़ खत्म करने की दिशा में उत्तर प
जागरण संवाददाता, उन्नाव : बदहाल विद्युत आपूर्ति व्यवस्था का कोढ़ खत्म करने की दिशा में उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन व राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम लिमिटेड (एनटीपीसी) ने कार्य शुरू किया है। सोमवार को मल्लावां-बांगरमऊ रेलमार्ग पर ओएचई लाइन के ऊपर से 132 केवीए लाइन खींची गई। यह कार्य दोपहर करीब 12.15 से दोपहर 2.15 बजे तक ब्लॉक लेकर ट्रेनों का परिचालन रोकते हुए कराया गया। एनटीपीसी के अधिकारियों का कहना है कि बिल्हौर तहसील के नदिहा खुर्द गांव में निर्माणाधीन पॉवर प्लांट से आने वाली आपूर्ति बांगरमऊ में बनने वाले नए उपकेंद्र और मल्लावां उपकेंद्रों की ग्रिड तक पहुंचाने का लक्ष्य है। इससे दोनों ही उपकेंद्रों से उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली मुहैया करायी जा सकेगी।
अभी कहीं न कहीं न दुश्वारियों रहती हैं। बिल्हौर तहसील के नदिहा खुर्द गांव में निर्माणाधीन पॉवर प्लांट से दिसंबर में आपूर्ति शुरू करने की संभावना है। 225 मेगावॉट के इस पावर प्लांट से सीधे ग्रिड को बिजली जाएगी। इतनी क्षमता वाला यह सोलर पॉवर प्लांट प्रदेश में पहला होगा। यह प्लांट निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए सहायक होगा। इससे उन्नाव व हरदोई जिले को भी बेहतर बिजली मुहैया कराने की दिशा में एनटीपीसी व यूपीपीसीएल ने कार्य शुरू कराया है। पारेषण केंद्र के अधीक्षण अभियंता डीपी गुप्ता के मुताबिक बांगरमऊ व मल्लावां हरदोई जिले की उपकेंद्रों की ग्रिड तक 132केवीए लाइन आनी है। सोमवार को मल्लावां-बांगरमऊ रेलमार्ग की ओएचई के ऊपर से लाइन खींची गई। यह कार्य दोपहर 12.15 बजे से दो घंटे का ब्लॉक लेकर कराया जा सका है। बांस बल्ली लगाते हुए सावधानी बरतते हुए ओएचई लाइन खींची गई। यूपीपीसीएल एसडीओ अभिषेक सिंह, जूनियर इंजीनियर आर पटेल सहित रेलवे से सीनियर सेक्शन इंजीनियर इलेक्ट्रिक विजय कुमार, रेलपथ विभाग के इंजीनियर आरपी सिंह आदि उपस्थित रहे। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि उपकेंद्र और मल्लावां उपकेंद्रों की ग्रिड तक विद्युत लाइन पहुंचाने के लिए ओएचई व ट्रैक पर होने वाला कार्य कुछ देर के लिए रोका गया था। ब्लॉक के समाप्त होने पर ट्रेनों का परिचालन शुरू कराया गया। उधर, यूपीपीसीएल के अधिकारियों का कहना है कि बांगरमऊ में दो उपकेंद्र हैं। नया उपकेंद्र स्थापित होने से इनकी संख्या तीन होगी।