जे क्षेत्र कै विकास करै मा सक्षम होई, वही का वोट देब
चाय चौपाल चाय चौपालचाय चौपाल
समय-12 बजे, दिन -गुरुवार
स्थान-चाय की दुकान कूरेभार
सुलतानपुर: चुनाव की तारीख ज्यों-ज्यों नजदीक आ रही है, राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है। हर जगह बस एक ही चर्चा है कि इस बार क्षेत्र की रहनुमाई कौन करेगा, कौन सी पार्टी किसको टिकट देगी। गुरुवार को धुंध छंटने के बाद सूर्य देवता के दर्शन हुए। गुनगुनी धूप के बीच लोग कस्बे में चाय की दुकान पर पहुंच गए। यहां पहले से गुल्लन उपाध्याय मौजूद थे।
इस बीच शिवराम वर्मा पहुंचते हैं और राम जोहार के बीच पूछ बैठते हैं 'का हाल बा पंडित जी, केहका टिकट मिलत बाय।' जवाब मिला कि 'सबै दल कय लोग टिकट के खातिर भागदौड़ करत बाटेन, देखा केहकै नसीब जागत है।' इसी बीच शिवराम बोल पड़ते हैं 'भाय ई बार तव गाय, गोरू फसलिया चर लेत अहैं, बहुत परेशानी बाय।'
इसी बीच सिराज अहमद, दीपक शर्मा, शेरबहादुर दुकान पर पहुंचते हैं। चाय की चुस्कियों के बीच सिराज बोल पड़ते हैं कि 'महंगाई तव कमर तोड़े बाय। दीपक शर्मा बात काटते हुए कहते हैं कि भैयवा कोरोना हावी रहै, टिकवा व राशन तव जरूरी रहा, का करै सरकार।' राम कैलाश उपाध्याय टोकते हुए बोल पड़े 'एकय काम बहुत अच्छा अहै, सबका आवास मिलत अहै..।' उनकी बात को काटते हुए उदय सिंह कहते हैं कि 'अबहीं तव प्रत्याशी कै घोषणा नाय भै बा, सबकै चेहरा सामने आवै तव सोचा जाए केहका वोट देय का बाय।' समर बहादुर कहते हैं कि 'लोकतंत्र की मजबूती के खातिर सबै का वोट देय का बा, वहिका चुनै का बा जवन क्षेत्र कै विकास कर सके।'
इसी के साथ चाय का आखिरी घूंट खत्म कर गुल्लन सभी को राम जोहार करते हुए दुकान से विदा लेते हैं। उनके उठते ही अन्य लोग भी धीरे-धीरे चुनावी चौपाल पर विराम लगाते हुए अपने-अपने गंतव्य की ओर चल दिए।