वैक्सीन की कमी, सुस्त पड़ा क्लस्टर अभियान
अगले सप्ताह वैक्सीन मिलने की उम्मीद लक्ष्य बढ़ाकर किया जाएगा टीकाकरण।
सुलतानपुर : वैक्सीन की कमी से कोरोना टीकाकरण अभियान की रफ्तार धीमी पड़ गई है। बूथों पर लगने वाले टीके के अलावा कलस्टर अभियान के तहत भी पहले की अपेक्षा कम लोगों को ही टीका लगाया जा रहा है। यही नहीं टीके की कमी के चलते केंद्रों का निर्धारण भी नहीं हो पा रहा है। अगले सप्ताह वैक्सीन मिलने की संभावना जताई जा रही है, जिसके बाद टीकाकरण की गति को रफ्तार दिए जाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
पांचवें चरण में कलस्टर अभियान के तहत गांव-गांव, घर-घर लोगों को टीका लगाया जा रहा है। 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को टीका लगाने के लिए मौके पर ही पंजीकरण किया जा रहा है। इसके लिए शासन के निर्देश पर कलस्टर गांवों का चयन कर गठित स्वास्थ्य टीमों द्वारा लक्ष्य बनाकर टीका लगाया जा रहा है। हर दिन करीब नौ हजार लोगों को टीके से लाभांवित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। टीके की उपलब्धता समय से नहीं हो पा रही है। बुधवार को भी टीके की कमी से कलस्टर के सत्रों में कटौती कर दी गई थी। 70 से 80 कलस्टर सत्रों की संख्या घटकर अब 15 से 20 हो गई है।
पहले की अपेक्षा बढ़ी मांग :
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एएन राय ने बताया कि टीकाकरण के अभियान के शुरुआत में लोगों में वैक्सीन को लेकर तमाम तरह की भ्रांतियां थीं। लोग टीका लगवाने वाले दूसरे व्यक्ति्तयों को देखकर ही तैयार होते थे। किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट न आता देख अब सभी लोग टीका लगवाकर प्रतिरक्षित होने के लिए लालायित दिख रहे हैं। इसलिए लाभार्थियों की संख्या बनाए गए लक्ष्य के मुताबिक अधिक हो रही है। टीके की डोज जल्द ही मिलने की वाली है, जिसके बाद लक्ष्य में बढ़ोतरी कर टीकाकरण किया गया जाएगा।
वैक्सीन लगवाने वाले गटक गए आठ लाख पैरासिटामाल :
एंटी कोरोना वैक्सीनेशन सेटरों पर पहुंचे चार लाख से ज्यादा लाभार्थी आठ लाख पैरासिटामाल गटक गए। साइड इफेक्ट से बचाने के लिए पैरासिटामाल की दो गोलियां एक लाभार्थी को प्रदान की जाती हैं। अब तक चार चरणों में हेल्थ वर्कर से लेकर 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीकाकरण से लाभांवित किया जा चुका है।
वर्तमान में क्लस्टर अभियान के माध्यम से गांव-गांव और घर-घर 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। दरअसल, टीकाकरण के बाद कई लोगों को बुखार, बदन दर्द व सिर दर्द आदि की शिकायत होती है। इस कुप्रभाव से उबारने के लिए पहली बार टीका लगवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को पैरासिटामाल की दो गोली दी जाती है। अभी तक कुल 411494 लोगों को पैरासिटामाल की 822988 गोलियां वितरित की जा चुकी हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एएन राय ने बताया कि शासन स्तर पर पैरासिटामाल गोली वितरित करने का कोई निर्देश नहीं हैं। बुखार, बदन दर्द व सिर दर्द की शिकायत से उबरने के लिए एक लाभार्थी को पैरासिटामाल की दो गोली दी जाती है।
तीन लोग मिले कोरोना संक्रमित :
बुधवार देर रात आइआइटीआर व बलरामपुर अस्पताल से जारी 2842 सैंपल रिपोर्ट में तीन व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, 1589 लोगों की एंटीजन जांच की गई, जिसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। जिला अस्पताल में पांच व्यक्तियों की ट्रूनेट जांच में कोई भी पाजिटिव नहीं पाया गया। वर्तमान में अब जिले में 43 एक्टिव केस बचे हैं।