खतरे में देश का प्रजातंत्र, 1977 की तरह सब एक बार फिर एकजुट होंः यशवंत सिन्हा
भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि भाजपा पर बड़ा हमला किया और कहा कि पहले भाजपा के अंदर लोकतंत्र को ख़त्म किया गया और अब देश में वही किया जा रहा है।
जेएनएन, सुलतानपुर। अटल सरकार में केंद्रीय वित्तमंत्री रहे भाजपा के बागी नेता यशवंत सिन्हा ने रविवार को सामाजिक सरोकार से जुड़े एक कार्यक्रम में खुलकर सियासी बातें की। उन्होंने पीएम मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर बड़ा हमला किया। बगैर नाम लिए दोनों को दुर्याेधन और दु:शासन की संज्ञा दी और कहा कि पहले इन दोनों ने पार्टी में प्रजातंत्र खत्म किया और अब देश में प्रजातंत्र खत्म करने पर तुले हुए हैं। आमजनों का आह्वान करते हुए सिन्हा ने कहा कि एक बार फिर 1977 की तरह प्रजातंत्र को बचाने के लिए सब एकजुट हों।
सुलतानपुर के खुर्शीद क्लब मैदान में अमर शहीद खुदीराम बोस की याद में सामाजिक संस्था आजाद समाज सेवा समिति के सालाना जलसे में बतौर मुख्य अतिथि सिन्हा ने कहा कि देश का माहौल बहुत गड़बड़ाया हुआ है। जो लोग सत्ता में हैं वे प्रजातंत्र को खत्म करना चाहते हैं। उनकी हर हरकत इसे डैमेज करती है। तीन हिंदी भाषी राज्यों की जनता ने जो संकेत दिया है वो शुभ है। उन्होंने जेटली को भी नहीं छोड़ा। बगैर नाम लिए जीएसटी की चर्चा करते हुए कहा कि 460 वस्तुओं का रेट अभी कम किया गया। जब रेट फिक्स किया गया था तब दिमाग कहां था? किसानों के मुद्दे पर भी सरकार को कठघरे में खड़ा किया, कहा कि एक एकड़ तक के किसान को 12 हजार रुपये वार्षिक बेसिक इनकम उपलब्ध कराई जाए। जबकि एकड़ से ज्यादा वाले किसानों को 18 हजार सालाना। इस खर्च को 70 फीसद केंद्र व 30 फीसद राज्य सरकार वहन करे। आप सांसद संजय सिंह के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में सपा एमएलसी शैलेंद्र सिंह, बसपा के शकील अहमद व भाजपा के जिला उपाध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल, साहित्यकार कमलनयन पांडेय, डॉ.राधेश्याम सिंह आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम में करीब दो हजार निर्बल लोगों को कंबल व रजाइयां व ठेले-रिक्से आदि वितरित किए गए।