डेढ़ माह में ढह गई आइटीआइ की चाहरदीवारी
साढ़े सात करोड़ की लागत से किया भवन का निर्माण गया है। ग्रामीणों ने मामले की शिकायत उपजिलाधिकारी लम्भुआ से की थी।
सुलतानपुर : क्षेत्र में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में किस तरह मानकों की अनदेखी की जा रही है। इसकी बानगी देखनी हो तो कस्बे में करीब डेढ़ माह पहले निर्मित आइटीआइ भवन को देखा जा सकता है, जो दो दिन के बरसात में ही भरभराकर जमींदोज हो गई।
आइटीआइ के भवन का निर्माण पैक्सफेड कंपनी द्वारा साढ़े सात करोड़ की लागत से कराया जा रहा है। अभी डेढ़ माह पहले चाहरदीवारी निर्माण के समय ग्रामीणों ने मामले की शिकायत उपजिलाधिकारी लम्भुआ से की थी। बावजूद इसके प्रशासनिक अधिकारियों की उपेक्षा के चलते निर्माण कार्यो में मानकों को दरकिनार कर धन की बंदरबांट की गई। इसका नतीजा रहा कि गुरुवार देर शाम चारदीवारी ढह गई। इस बाबत प्रभारी प्राचार्य आइटीआइ लम्भुआ संजय आर्या ने बताया कि अभी भवन हस्तांतरित नहीं किया गया है। कार्यदायी संस्था की जिम्मेदारी होगी वे फिर से चाहरदीवारी का निर्माण कराए।