लापरवाही में संकरी हो गई सड़कें, जाम के जकड़ में शहर
लॉकडाउन के पहले फरवरी महीने में शहर की पेयजल आपूर्ति को दुरुस्त करने के लिए तिकोनिया पार्क से डाकखाना सैनिक कार्यालय से पंत स्टेडियम दीवानी मार्ग पर पाइप डालने के लिए सड़क किनारे खोदाई की गई थी।
सुलतानपुर : यातायात माह के दौरान लोगों को ट्रैफिक नियम का पालन करने व रोड सेफ्टी जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। वहीं विकास के नाम पर नगर पालिका द्वारा नालियों लिए खोदी गई सड़क की पटरियों को बिना समतल किए ही छोड़ दिया गया, जिससे मार्ग सिकुड़ गए हैं और हादसे की आशंका के चलते भी इन पटरियों से वाहन चालक ही नहीं पैदल गुजरने वाले लोग भी परहेज करते हैं। संकरे मार्गों पर वाहनों के अत्यधिक दबाव से जाम की स्थिति पैदा हो जाती है।
लॉकडाउन के पहले फरवरी महीने में शहर की पेयजल आपूर्ति को दुरुस्त करने के लिए तिकोनिया पार्क से डाकखाना, सैनिक कार्यालय से पंत स्टेडियम, दीवानी मार्ग पर पाइप डालने के लिए सड़क किनारे खोदाई की गई थी। पाइप को जमीन में डालने के बाद मिट्टी से पाट दिया गया। बची हुई मिट्टियों को हटाने की बजाय बिना समतल किए ही छोड़ दिया गया। दस माह का वक्त बीत जाने के बाद भी पटरियां अभी भी ऊबड़-खाबड़ बनी हुई हैं। मिट्टी के भीतर मौजूद ईंट-पत्थर उभरकर ऊपर आ गए हैं, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बारिश होने पर मिट्टियों में फिसलन हो जाने से पैदल व वाहन लेकर गुजरने वाले लोग गिरकर चोटिल होते रहते हैं। बाजवूद इसके इस समस्या को दूर करने का प्रयास जिम्मेदारों द्वारा नहीं किया जा रहा है।
जाम से फिर जूझा शहर : सहालग का समय होने के चलते खरीदारी करने व अन्य जरूरी कामों के लिए शहर की तरफ रुख करने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। चार पहिया व बैट्री रिक्शा की आवाजाही की मनाही होने के बाद भी चौक, गंदानाला, मुरारी दास की गली, चित्रा गली, गुड़ मंडी, पारकींसगंज, मेजरगंज में जाम की स्थिति बनी रहती है। सड़कों के अतिक्रमण व डिवाइडरों से सटाकर दो पहिया वाहनों, ठेलों को खड़ा कर देने से स्थिति और भयावह हो जाती है। मंगलवार की सुबह से ही इन इलाकों में लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ा। यातायात प्रभारी प्रवीण सिंह ने बताया कि जाम से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। नियम विरुद्ध वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है। समतलीकरण कर पटरियों को दुरुस्त करने के लिए नगर पालिका का ध्यानाकर्षण कराया जाएगा।