रैपिड रिस्पास टीम का गठन, होगी आन स्पाट जांच व इलाज
आरटीपीसीआर व एंटीजन जांच कर व्यक्तियों में संक्रमण का पता लगाने का प्रयास भी तेज कर दिया गया। हालांकि हर दिन की जाने वाली 33 सौ लोगों की जांच में से 23 सौ लोगों को आरटीपीसीआर जांच से गुजारा जा रहा है।
सुलतानपुर : ओमिक्रोन की आशंका को देखते हुए शहर से लेकर गांव तक रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) का गठन कर दिया गया है। संदिग्ध मरीजों की सूचना पर टीम में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मौके पर पहुंचकर आरटीपीसीआर जांच व इलाज किया जाएगा। जांच में कोविड की पुष्टि होने पर जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाएगी। ओमिक्रोन को लेकर हर दिन अधिकारियों की बैठक कर बचाव व इलाज संबंधी प्रयास को बहाल कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुरक्षित रखने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
आरटीपीसीआर व एंटीजन जांच कर व्यक्तियों में संक्रमण का पता लगाने का प्रयास भी तेज कर दिया गया। हालांकि हर दिन की जाने वाली 33 सौ लोगों की जांच में से 23 सौ लोगों को आरटीपीसीआर जांच से गुजारा जा रहा है। अभी तक चार दिनों की जांच में कोविड संक्रमण का कोई केस सामने नहीं आया है। शासन के निर्देश पर जिले में कुल 24 रैपिड रिस्पांस टीम का गठन कर दिया गया है। इसमें सभी 14 ब्लाकों में एक-एक व शहरी इलाके के लिए 10 टीमें बनाई गई है। टीम में डाक्टर, लैब टेक्निशियन, फार्मासिस्ट समेत छह स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल किया गया है। सक्रिय की गई निगरानी समितियों के द्वारा सर्दी, जुकाम, बुखार, फ्लू व निमोनिया से पीड़ित लोगों की सूचना पर टीम स्पाट पर पहुंचेगी और जांच के साथ इलाज सुनिश्चित करेगी।
सीएमओ डा. डीके त्रिपाठी ने बताया कि रैपिड टीम को अलर्ट रहने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि संदिग्ध मरीजों के लिए जिम्मेदारों से दवाओं की किट तैयार कराई जा रही है। सीएचसी प्रभारी के निर्देशानुसार आशा बहू, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सफाई कर्मियों से दवाओं की किट जरूरतमंदों तक पहुंचाई जाएगी।
बाक्स -
एलटू अस्पताल सक्रिय ओमिक्रोन की आशंका को देखते हुए लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग के अमहट स्थित एलटू अस्पताल को सक्रिय कर दिया गया है। यहां लगाए गए कुल 50 बेड पर आक्सीजन पहुंचाने के लिए पाइप लाइन भी लगा दी गई है। कोरोना के पहले व दूसरे फेज में कुड़वार, केएनआई, फरीदपुर व दूबेपुर में बनाए गए कोविड एल वन अस्पताल को भी सक्रिय किया जाएगा। इसके लिए सीएचसी प्रभारियों को जल्द ही दिशा निर्देश जारी कर दिया जाएगा।