लोको पायलट को रास्ता दिखाएगा एंटी फॉग ग्लास
सुलतानपुर : कोहरे व धुंध के दौरान होने वाले रेल हादसों पर अंकुश लगाने के लिए उन्नत तकनीकी का सहारा ल
सुलतानपुर : कोहरे व धुंध के दौरान होने वाले रेल हादसों पर अंकुश लगाने के लिए उन्नत तकनीकी का सहारा लिया जा रहा है। अब देशभर के रेल इंजन कैब को अत्याधुनिक एंटी फॉग ग्लास से लैस किया जा रहा है। इस शीशे पर पानी, धूल व मिट्टी नहीं चिपकेगी और घने कोहरे के दौरान भाप भी नहीं बनेगी। लिहाजा प्रतिकूल मौसम व खराब दृश्यता में भी लोको पायलट लुक आउट ग्लास के जरिए आसानी से रास्ता (रेलवे ट्रैक) देख सकेंगे।
उत्तर रेलवे ने 15 नवंबर से 15 फरवरी तक फॉगी सीजन घोषित किया है। इस दौरान गाड़ियों के परिचालन को लेकर खासी चौकसी बरतने के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। लखनऊ मंडल में संचालित होने वाली सवारी व माल गाड़ियों में अत्याधुनिक इंजन लगाए जा रहे हैं। कोहरा प्रभावित क्षेत्रों में आवागमन करने वाली रोजा लोको शेड की 20 फीसद ट्रेनों में फुल एसी इंजन कैब लगा दिए गए हैं। इनके लुक आउट ग्लास एंटी फॉगिग एजेंट से युक्त हैं। इसके अलावा शीशे को गर्म रखने के लिए सतह के पास ब्लोअर भी लगाया गया है, ताकि इस पर पानी न रुके और भाप भी न बनने पाए। लोको पायलट व गार्ड के लिए सतर्कता व संरक्षा गाइडलाइन जारी की गई है।
रनिग स्टाफ का हो रहा ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट
रनिग स्टाफ के लिए चार सूत्री नियमावली बनाई गई है, जिसका पालन अनिवार्य है। स्टेशन अधीक्षक लखनलाल मीना ने बताया कि स्थानीय डीजल लॉबी में सीसी कैमरे के सामने लोको पायलट व गार्ड का ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट किया जाता है। जांच में पास होने वालों को ही ड्यूटी पर भेजा जाता है। रेल परिचालन के दौरान मोबाइल फोन स्विच ऑफ रखने व चश्मे के दो सेट साथ रखने के निर्देश दिए गए हैं।