हीरे व ज्वैलरी के कारोबार में लगाया निवेशकों का रुपया
-कारोबार न चलने से भूमिगत हो गए बुलियन कंपनी के जिम्मेदार
सुलतानपुर: करीब पांच सौ करोड़ की ठगी करने वाली अनी बुलियन ट्रेडर्स ने निवेशकों के रुपयों को हीरे व ज्वैलरी के कारोबार में खपा दिया। मार्केट न चलने से कंपनी के डायरेक्टर व मैनेजर भूमिगत हो गए। जिसके बाद निवेशकों ने रुपयों के खातिर कंपनी के जिम्मेदारों का चक्कर लगाना शुरू कर दिया।
वर्ष 2010 में अनी बुलियन टेडर्स के नाम से मार्केट खूब चली। जिसके बाद 2016 में नाम बदलकर अनी एग्रो प्यूटेशन के नाम से मार्केट कर दिया गया। इसी साल अनी ज्वलर्स व फरवरी 2018 में क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी क्रेडिट नाम पर लोगों के धन का निवेश कराया। कारोबार को पंख देने के लिए अगस्त 2019 में कंपनी ने हीरा कारोबार भी शुरू किया, लेकिन नवंबर तक ही चल सका। अनी बुलियन के नेटवर्क में लोग फंसते चले गए। अब न तो अभिकर्ता मिल रहे हैं और न ही जिम्मेदार। थाना प्रभारी अखिलेश सिंह ने बताया की फर्जीवाड़े की जांच पड़ताल की जा रही है।
-इन लोगों का डूबा धन
बीही गांव के दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि उन्होंने कंपनी में पांच लाख रुपये का निवेश किया था। बल्दीराय के लालजी अग्रहरि को कंपनी के संस्थापक अजीत गुप्ता की तरफ से जमा की गई पांच लाख की रकम के बदले सात लाख रुपये का चेक दिया गया, जो कि बाउंस हो गया। बल्दीराय के अमरजीत सिंह दस लाख, हैहना कलां गांव के सुलतान अहमद का 20 हजार, बल्दीराय बाजार के मोहम्मद शमीम दो लाख 34 हजार, नंद किशोर तिवारी का दो लाख 50 हजार, राम कृपाल मौर्य का सात लाख, गैसर जहां के दो लाख 72 हजार की चपत कंपनी लगा चुकी है।