अधूरे सपने, कामयाबी की उड़ान नहीं भर पा रहे खिलाड़ी
परियोजनाएं अनेक धन की कमी बनी रोड़ा
सुलतानपुर: पलहीपुर ग्रामसभा में प्रस्तावित स्टेडियम निर्माण के लिए भूमि पूजन हो चुका है। बजट स्वीकृत न होने से निर्माण अधर में है। ऐसे में खिलाड़ियों का सपना अधूरा है। इस कारण वे कामयाबी की उड़ान नहीं भर पा रहे।
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल की विलक्षण प्रतिभाएं हैं। अवसर और सुविधाओं के अभाव में यह उभर नहीं पा रही हैं। जिला ओलंपिक संघ के सचिव व वालीबाल के राष्ट्रीय खिलाड़ी वेद प्रकाश उपाध्याय चैंपियन कहते हैं कि जिले में खेल सुविधाओं का अभाव है। दूरदराज के खिलाड़ी जिला मुख्यालय पर रुककर प्रतिभा निखारने में सक्षम नहीं हैं। ऐसे में ब्लाक स्तर पर बेहतर सुविधाओं का खेल मैदान मुहैया कराया जाना बेहद आवश्यक है।
इस स्टेडियम में भी नहीं सुविधाएं:
शहर में एकमात्र पंत स्टेडियम है। इसका भी जीर्णोद्धार किया जा रहा है। सुविधाओं का यहां टोटा है। खिलाड़ी अपनी इच्छाशक्ति के बल पर आगे बढ़ रहे हैं। खेल विभाग की ओर से इन्हें पर्याप्त साधन और सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।
युवा कल्याण विभाग भी बेदम:
मंगल दलों के जरिए ग्रामीण युवाओं को रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ने वाला युवा कल्याण विभाग बेदम है। कारण बजट न मिलने से सुविधाओं का अकाल है। विभाग की सात परियोजनाएं खेलो इंडिया खेलो के तहत दो वर्ष से लंबित हैं।
परियोजनाएं जिन्हें धन का इंतजार:
-13 करोड़ की लागत से पलहीपुर में होना है बहुउद्देश्यीय स्टेडियम का निर्माण
-407.07 लाख से शाहपुर लपटा मोतिगरपुर में खेल मैदान का निर्माण प्रस्तावित
-373.62 लाख से सारंगपुर कूरेभार में खेल कांप्लेक्स का निर्माण प्रस्तावित
-366.19 लाख से लम्भुआ में मैदान का निर्माण प्रस्तावित
-356.76 लाख से पीपी कमैचा के रीठी में मैदान का निर्माण प्रस्तावित
-518.83 लाख की लागत से बहाउद्दीनपुर करौंदीकला में खेल कांप्लेक्स का निर्माण प्रस्तावित
वर्जन::
जिलाधिकारी की संस्तुति के साथ प्रस्तावित परियोजनाओं की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) महानिदेशालय युवा कल्याण को प्रेषित की गई है। बजट स्वीकृत होने के बाद इन पर काम शुरू किया जाएगा।
-राजेश वर्मा, जिला युवा कल्याण