Move to Jagran APP

गोमती मित्रों ने साधना स्थली को किया लकदक

?????????? ?????? : ??????? ??????????? ?? ?? ?? ????? ??? ?? ????? ?????? ?? ????????? ?? ???? ??????? ???? ?? ???? ???? ???? ???? ???????? ??? ??? ??? ?????? ???? ??????? ?? ????? ???? ?????? ???? ???? ????? ?????? ?????? ???? ?????? ?? ????? ?? ?? ???? ????? ?? ?? ???? ?? ??? ????? ??? ?? ???? ??? ??????? ?? ?????? ??? ?????? ????????? ???? ?????????? ?? ???????? ????? ?? ?????? ??? ???? ?????????? ???? ?? ???? ?????? ?? ?? ?? ???? ?? ??? ?? ???? ??????????? ?? ???? ????? ?????? ?? ??? ??? ??? ???? ?????? ?????? ?? ???? ???????? ??? ??? ???

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 11:43 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 11:43 PM (IST)
गोमती मित्रों ने साधना स्थली को किया लकदक
गोमती मित्रों ने साधना स्थली को किया लकदक

सुलतानपुर : गोमती मित्रों ने एक बार फिर रविवार को अपना फर्ज निभाया। सीताकुंड स्थित गोमती तट की साधना स्थली पर घंटों स्वयं सेवकों ने श्रमदान किया और वहां जमा करीब दो फीट मिट्टी की परत हटाई। फावड़ा, कुदाल लेकर साफ-सुथरा किया और समतल बनाया। इस कार्य में महिलाएं भी जुटीं। घंटों श्रमदान हुआ। अब साधना स्थली पर घास और फुलवारी विकसित करने की योजना बनाई है।

loksabha election banner

रुद्रप्रताप ¨सह मदन, कुंवर दिनकर प्रताप, रमेश माहेश्वरी, मुन्ना पाठक आदि प्रमुख जनों की अगुआई में सुबह छह बजे से ही शहर के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों का गोमती मित्र मंडल के बैनर तले सीताकुंड धाम पर जमावड़ा शुरू हो गया। किसी ने फावड़ा थामा तो कोई तसले लेकर आगे बढ़ा। बाढ़ के चलते तट तक जलधारा आ जाने की वजह से करीब दो फिट मिट्टी जमा हो गई थी। इसे हटाने का कार्य शिद्दत से चलता रहा। दर्जनों ट्राली मिट्टी और मलबा करीब तीन घंटे तक हटाया गया। साधना स्थली जब पूरी तरह समतल हो गई तब जाकर माने गोमती मित्र। अब वहां केवल घास और फूल के पौधे लगाने का कार्य शेष रह गया है। संगठन के प्रवक्ता माहेश्वरी ने बताया कि नवरात्र के पूर्व साधना स्थली को पूर्णरूपेण साधना के लायक बना लिया जाएगा। श्रमदान में रतन कसौंधन, रामेंद्र ¨सह, ¨प्रस ¨सह, विपिन सोनी, सतीश गुप्ता आदि ने भी सहभाग किया।

आरती कीजिए गोमती मइया की..

रविवार की देर शाम सीताकुंड धाम गोमती मइया के जयकारे से गूंज उठा। परंपरागत ढंग से इस साप्ताहिक आरती में हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं ने न सिर्फ आदि गंगा की आरती उतारी बल्कि जलधार में दीपदान भी किया। गोमती की अदभुत मोहक छवि लोग अपलक निहारते रहे। इसके पूर्व गायत्री परिवार के परिव्राजक राकेश, लोकगायक दीनबंधु ने संगीतमय भजन एवं प्रवचन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.सुधाकर ¨सह ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश सुनाया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.