फर्जी मुकदमा बनाने वाले पुलिसकर्मियों पर होगी एफआइआर
संवादसूत्र, सुलतानपुर: एक व्यक्ति के खिलाफ पुलिस के अन्याय का विरोध करने वाले वकील का अपहरण्
संवादसूत्र, सुलतानपुर: एक व्यक्ति के खिलाफ पुलिस के अन्याय का विरोध करने वाले वकील का अपहरण कर उन्हें मारने-पीटने व फर्जी मुकदमा बनाकर जेल भेजने के आरोपित पुलिसकर्मियों की शामत आ गई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने मामले में तीन निरीक्षकों समेत आठ पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।
अजियाउरदेई गांव निवासी वकील राघवेन्द्र द्विवेदी ने अपने ही गांव के एक व्यक्ति के खिलाफ पुलिस द्वारा की जा रही अन्यायपूर्ण कार्रवाई का विरोध किया था। जानकारी के अनुसार गांव के दीनानाथ अपने ही खेत से 24 फरवरी 2018 को मिट्टी खोद रहे थे। उनके कुछ विरोधियों ने पुलिस में उनके खिलाफ अवैध खनन की झूठी शिकायत कर दी। इस पर पुलिस ने दीनानाथ के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस की इस ज्यादती का वकील ने विरोध किया। यह बात पुलिकर्मियों को नागवार गुजरी। उसके एक दिन बाद कुड़वार नाका से पुलिस उन्हें उठा ले गई। उन्हें मारा-पीटा और मुकदमा मुकदमा दर्ज कर दिया। राघवेन्द्र के अनुसार पुलिस ने उनका अपहरण कर फर्जी मुकदमा बनाया था। इसके खिलाफ वह अदालत गए। कोर्ट ने मानवाधिकार आयोग को जांच सौंपी। बीते 16 अप्रैल को आयोग ने कोर्ट में सौंपी जांच रिपोर्ट में पुलिसकर्मियों को दोषी पाया। इसके आधार पर अब अदालत ने तीन निरीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने को कहा है।