बुखार का प्रकोप जारी, अस्पतालों में कम पड़ रहे बेड
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सुलतानपुर : जिले में बुखार का प्रकोप जारी है। पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हालात यह हैं कि सरकारी अस्पतालों में बेड कम पड़ रहे हैं। खून की जांच कराने वाले 60 फीसद मरीजों में टायफाइड की पुष्टि हो रही है। रोगियों को राहत देने के सरकारी इंतजाम ऊंट के मुह में जीरा साबित हो रहे हैं।
करीब महीनेभर से जिले में संक्रामक व मच्छरजनित रोगों का आतंक व्याप्त है। डायरिया, डेंगू, मलेरिया, टायफाइड व दिमागी बुखार से अब तक करीब दस लोगों की जान जा चुकी है। जिससे हड़कंप मचा हुआ है। शनिवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में करीब 18 सौ लोगों का पंजीकरण किया गया। अस्पताल आने वालों में बुखार से ग्रसित लोगों की संख्या सबसे अधिक रही। मरीजों की तादाद के सापेक्ष वाह्य रोगी विभाग में चिकित्सकों की अनुपलब्धता से मरीज इधर से उधर भटकते नजर आए। फिजीशियन व बालरोग विशेषज्ञों के कक्षों में पांव रखने तक की जगह नहीं थी। मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. वीबी ¨सह का कहना है कि ओपीडी में परामर्शदाता चिकित्सकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अमित ¨सह व इमरजेंसी में तैनात डॉ. मनीष यादव को भी ओपीडी में मरीजों को देखने को कहा जाएगा। बेड की किल्लत को देखते हुए नेत्र रोग विभाग के वार्ड में भी मरीजों को भर्ती किया जा रहा है।
177 मरीजों में टायफाइड व एक में डेंगू की पुष्टि : गुजरे तीन दिनों के भीतर जिला अस्पताल की पैथोलॉजी में पांच सौ से अधिक बुखार पीड़ितों के खून की जांच की गई। इनमें से 303 मरीजों ने टायफाइड की जांच कराई थी। 177 की रिपोर्ट में टायफाइड की पुष्टि हुई है। जबकि एक मरीज डेंगू पॉजिटिव मिला।