मौसम ने किया सचेत, घर पहुंचने लगा अनाज का ढेर
मौसम की बेरुखी ने किसानों को फिक्रमंद कर दिया है।
सुलतानपुर : मौसम की बेरुखी ने किसानों को फिक्रमंद कर दिया है। सब काम छोड़कर अन्नदाता अपने कुनबे के साथ फसल सहेजने में जुट गए हैं। कटाई मड़ाई के के काम में तेजी आई है। अनाज का ढेर घर पहुंचाना अब उनकी प्राथमिकता में है। शुक्रवार को हुई बरसात के बाद शनिवार को मौसम साफ होने और तेज धूप ने किसानों को मौका दिया है। कुछ स्थानों पर कटी फसल भीग जाने पर इसे सुखाने का जतन किया जा रहा है। वहीं हल्की बरसात वाले क्षेत्रों में धूप और हवा लगने के बाद फसल की कटाई की गई। खेतों में बढ़ी किसानों की सक्रियता, कटाई मड़ाई में आई तेजी।
रबी सत्र की मुख्य फसल गेंहू की कटाई तकरीबन 50 प्रतिशत की जा चुकी है। शेष फसलें भी पक गई है और इन्हें कटाई का इंतजार है। तकरीबन सवा लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बोआई की गई है। इसमें गेंहू फसल की 70 फीसद हिस्सेदारी है। यहां अधिकतर छोटे रकबे वाले किसान है। ऐसे में किसान खुद परिवारजन के साथ खेती का काम निपटाते है। बड़े काश्तकार कटाई मजदूरों के जरिए और हार्वेस्टर से करा रहे हैं।
तड़के और देर शाम होता है काम
तापमान 35 से 38 डिग्री होने के चलते कटाई का काम बेहद तड़के शुरू किया जाता है। दोपहर से पहले काम बंद कर फिर सूर्यास्त से पहले मड़ाई की जा रही है जो देर शाम तक चलती है।
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बरसात से फसल को आंशिक क्षति पहुंची है। खास तौर पर जो फसल काट कर खेल में फैली थी उनके भीगने से दाने काले पड़ सकते हैं। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि बारिस नहीं होगी। फिर भी किसान सचेत रहें तेज धूप का लाभ उठाते हुए कटाई जल्दी कर लें।
डॉ. एसके वर्मा, प्रभारी वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र